आंबेडकर पर रामभद्राचार्य की टिप्पणी से भड़कीं मायावती,कहा-गलत बयानबाजी से अच्छा चुप रहें,साधु-संतों को दी ये सलाह
आंबेडकर पर रामभद्राचार्य की टिप्पणी से भड़कीं मायावती,कहा-गलत बयानबाजी से अच्छा चुप रहें,साधु-संतों को दी ये सलाह

13 Sep 2025 |   29



ब्यूरो धीरज कुमार द्विवेदी 

लखनऊ।बाबा साहेब आंबेडकर पर जगद्गुरु रामभद्राचार्य की टिप्पणी से पूर्व मुख्यमंत्री बहुजन समाज की मुखिया मायावती भड़क गईं हैं।साधु-संतों को सलाह देते हुए मायावती ने कहा है कि बिना जानकारी किसी भी तरह की गलत बयानबाजी करने के बजाय वे चुप रहें तो उचित होगा।उन्होंने विवादित बयान से बचने की सलाह दी।अपनी पोस्ट में मायावती ने किसी का नाम नहीं लिया है। 

पूर्व सीएम मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर कहा कि जैसा कि विदित है कि आए दिन सुर्ख़ियों में बने रहने हेतु विवादित बयानबाज़ी करने वाले कुछ साधु-सन्तों को परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर के भारतीय संविधान के निर्माण में रहे उनके अतुल्य योगदान के बारे में सही जानकारी नहीं होने के कारण इनको इस बारे में कोई भी ग़लत बयानबाज़ी आदि करने की बजाय यदि वे चुप रहें तो यह उचित होगा।

मायावती ने कहा कि साथ ही, बाबा साहेब के अनुयायी, मनुस्मृति का विरोध क्यों करते हैं,उसे भी इनको अपनी जातिवादी द्वेष की भावना को त्याग कर ज़रूर समझना चाहिये। इसके साथ-साथ इन्हें यह भी मालूम होना चाहिये कि बाबा साहेब महान विद्वान व्यक्तित्व थे। इस मामले में कोई भी टीका-टिप्पणी करने वाले साधु-सन्त, इनकी विद्वता के मामले में कुछ भी नहीं हैं। अतः इस बारे में भी कुछ कहने से पहले इनको ज़रूर बचना चाहिये, यही नेक सलाह।

बता दें कि जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा था कि डॉ. अंबेडकर को संस्कृत नहीं आती थी और यदि उन्हें आती तो वे मनुस्मृति का अपमान नहीं करते।

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