सबसे बड़ा इंफेक्शन तो व्यवहार का,सबसे पहले इस व्यवहार के इंफेक्शन को ठीक करने की जरूरत है,डॉक्टरों के बीच नेपाल और जनता दर्शन पर क्या बोले सीएम योगी
सबसे बड़ा इंफेक्शन तो व्यवहार का,सबसे पहले इस व्यवहार के इंफेक्शन को ठीक करने की जरूरत है,डॉक्टरों के बीच नेपाल और जनता दर्शन पर क्या बोले सीएम योगी

13 Sep 2025 |   31



ब्यूरो धीरज कुमार द्विवेदी 

लखनऊ।राजधानी लखनऊ में शनिवार को डॉ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान का पांचवा स्थापना दिवस मनाया जा रहा है।इस अवसर पर इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में समारोह का आयोजन किया गया।इसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, स्वास्थ्य राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह और प्रमुख सचिव स्वास्थ्य पार्थ सारथी सेन शर्मा शामिल हुए।

इस मौके पर सीएम योगी ने उत्कृष्ट कार्य करने वाले डॉक्टरों को सम्मानित किया।लोगों को संबोधित करते हुए सीएम ने जनता दर्शन कार्यक्रम और पब्लिक में डॉक्टरों और मरीजों के संवेदनशील रिश्तों पर खुलकर बात की।सीएम ने कहा कि आपका अच्छा व्यवहार मरीज के अंत:करण में एक विश्वास पैदा करता है।कितनी भी गंभीर बीमारी होगी,उसकी रिकवरी आसान हो जाती है,लेकिन यदि आंतरिक रूप से वह आपके व्यवहार से टूटा तो फिर कितना भी दवा-इलाज कर लीजिए, उसकी रिकवरी मुश्किल हो जाएगी।

सीएम योगी ने कहा कि जब रिकवरी न हो उसको बहुत सी परिभाषाएं दे दी जाती हैं।कहा जाता है कि इंफेक्शन हो गया। असल में सबसे बड़ा इंफेक्शन तो व्यवहार का है।सबसे पहले इस व्यवहार के इंफेक्शन को ठीक करने की जरूरत है। सीएम ने कहा कि यदि मरीज या तीमारदार गुस्से में आपको कुछ बोले तो आप नाराज न हों।मरीज-तीमारदार की प्रतिक्रिया को बीमारी का हिस्सा माने।डॉक्टरों को अच्छे व्यवहार के टिप्स देते हुए सीएम ने जनता दर्शन का एक राज भी खोला। साथ ही नेपाल के वर्तमान हालात का भी जिक्र किया।

सीएम योगी ने कहा कि जनता दर्शन कार्यक्रम में पब्लिक आती है।सामने उनका तमतमाया हुआ चेहरा देखकर यदि हम सोचने लग जाएंगे तो उन्हें फेस नहीं कर पाएंगे। इसीलिए उनका चेहरा तमतमाया हुआ न दिखाई दे इसलिए हम उन्हें चेयर पर बिठाते हैं और फिर उनके सामने खड़े होकर जाते हैं एक तरफ से और कहते हैं कि बताइए आप। सीएम ने कहा कि लोकतंत्र में उनका अधिकार है,जनता जनार्दन है,हम एप्लीकेशन लेते हैं,वो बहुत कुछ बोलते हैं।जब हम जवाब नहीं देते तो दो मिनट के अंदर वे बोलते हैं कि गलती हुई है। हम उन्हें बताते हैं कि आपकी समस्या का समाधान होगा।

सीएम योगी ने कहा कि आपके पास जो पेशेंट आएगा वो वास्तव में पीड़ित होता है,लेकिन मेरे पास जो पेशेंट आएगा वो जरूरी नहीं कि पीड़ित ही होगा।पंचायत चुनाव करीब होने के चलते आ रही शिकायतों का उल्लेख करते हुए सीएम ने कहा कि ऐसे में पूछना पड़ता है कि आप चार साल से क्या कर रहे थे।

सीएम योगी ने नेपाल का उदाहरण भी दिया।सीएम ने कहा कि हमारे लिए महत्वपूर्ण होता है कि हम पब्लिक के सेंटिमेंट को कैसे जीत सकते हैं,लेकिन अक्सर हम इन चीजों पर ध्यान नहीं देते। सीएम ने कहा कि आपने देखा होगा कि नेपाल में क्या हुआ,लोगों ने इग्नोर किया,परिणाम क्या हुआ।ये दृश्य कहीं और न हो उसके लिए छोटी-छोटी बातों पर ध्यान देना होगा,जो जिस फील्ड में है। हर व्यक्ति को अपने-अपने क्षेत्र में सतर्क रहते हुए अपने कार्यक्रमों को आगे बढ़ाना होगा।

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