राहुल गांधी के साथ बेटे की वायरल फोटो पर भड़के योगी के मंत्री दिनेश प्रताप सिंह,दिया ये जवाब 
राहुल गांधी के साथ बेटे की वायरल फोटो पर भड़के योगी के मंत्री दिनेश प्रताप सिंह,दिया ये जवाब 

12 Sep 2025 |   34



ब्यूरो धीरज कुमार द्विवेदी 

लखनऊ।योगी सरकार में मंत्री दिनेश प्रताप सिंह के बेटे पीयूष सिंह बुधवार को रायबरेली जिले की दिशा मीटिंग में मौजूद थे। इस दौरान पीयूष की सांसद राहुल गांधी से मुलाकात हुई थी और दोनों की हाथ मिलाते हुए एक फोटो सोशल मीडिया पर बड़ी तेजी से वायरल हो रही है।इस फोटो को लेकर कुछ कयासों का भी दौर शुरू हुआ था,जिस पर मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखी है। 

दरअसल, बृहस्पतिवार को रायबरेली में जिला विकास समन्वय एवं अनुश्रवण समिति (दिशा) की बैठक में सांसद राहुल गांधी और उद्यान मंत्री दिनेश प्रताप सिंह पहुंचे थे। इस बैठक की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है जिसमें हरचंदपुर ब्लॉक प्रमुख पीयूष प्रताप सिंह सांसद राहुल गांधी से हाथ मिला रहे हैं और मंत्री दूर खड़े होकर मुस्कुरा रहे हैं। ये तस्वीर इसलिए भी चर्चा में ज्यादा है क्योंकि एक दिन पहले ही राहुल गांधी के रायबरेली आने पर मंत्री उनका विरोध कर रहे थे और प्रदर्शन करते हुए सड़क पर बैठ गए थे। उनके समर्थक राहुल गांधी गो बैक के नारे लगा रहे थे। अगले ही दिन उनके बेटे की राहुल गांधी के साथ हाथ मिलाते हुए ये तस्वीर वायरल हुई जिस पर दिनेश प्रताप सिंह ने फेसबुक पोस्ट लिखी है।

मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने ऐसे कयासों को गलत और निराधार बताया है।दिनेश प्रताप सिंह ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा कि कांग्रेस के भाड़े के सोशल मीडिया वर्करों की ओर से ऐसी तस्वीर वायरल कराई जा रही है।उनके बेटे का राहुल गांधी से हाथ मिलाना अनायास था और पूरी संभावना है कि राहुल तो उनके बेटे को जानते तक न हों।

मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने कहा कि जिले में विकास कार्यों और योजनाओं के क्रियान्वयन को लेकर होने वाली इस मीटिंग में सांसद,विधायक,ब्लॉक प्रमुख समेत तमाम लोग मौजूद रहते हैं।गुरुवार को हुई रायबरेली दिशा की बैठक के बाद राहुल गांधी ने विधायकों और ब्लॉक प्रमुखों से मुलाकात की थी, जो वहां उपस्थित थे। इनमें से सिर्फ मेरे बेटे जो ब्लाॅक प्रमुख के रूप में बैठक में शामिल था के हाथ मिलाने वाली फोटो कांग्रेस के भाड़े के मीडिया वर्करों ने खूब वायरल की है। ऐसा करके हमें ट्रोल कराने का प्रयास किया, जबकि राहुल गांधी ने सबसे हाथ मिलाया था।

दिनेश प्रताप सिंह ने कहा कि राहुल गांधी की यह निश्चित तौर पर एक अच्छी पहल थी।वैसे संभव है कि मेरे बेटे को राहुल गांधी पहचानते न हों।किंतु मेरे कुछ आलोचक मेरे बेटे से हाथ मिलाने वाली फोटो को इसलिए वायरल कर रहे हैं ताकि जनता नाराज हो जाए,पार्टी नेतृत्व और सरकार नाराज हो जाए।किराये के कांग्रेसी भाइयों और अपने आलोचको से मैं कहना चाहता हूं,तुम्हारे ऊपर या तो कांग्रेस की मजदूरी हावी है या पाश्चात्य संस्कृति।हमें दुख हुआ जब मेरे बेटे की ओर राहुल गांधी हाथ मिलाने गए तो मेरे बेटे को हाथ नहीं मिलाना चाहिए था बल्कि उनके पैर छूकर प्रणाम करना चाहिए था। इससे भाजपा और रायबरेली के भारतीय संस्कृति को मानने वाले लोग नाराज नहीं बल्कि खुश होते।

दिनेश प्रताप सिंह कहा कि हमारे संस्कार यह हैं कि यदि मेरे बेटे के पिता की उम्र के राहुल गांधी हैं तो उनका सम्मान उसी स्तर का होना चाहिए।अब राहुल गांधी और कांग्रेसियों की परवरिश और खून का अंतर है जो आदरणीय मोदी जी की मां और अपनी मां में अंतर समझते है,यह उनका काम है, वो जानें।वैसे राहुल गांधी जी ने हमसे हाथ नहीं मिलाया, जबकि उनके आने पर मैं खड़ा हुआ और अभिवादन भी किया,लेकिन मुझे खुशी है कि दिनेश सिंह कांग्रेस और राहुल गांधी की छाती पर चढ़कर अपनी पार्टी और अपनी सरकारों का झंडा हमेशा ऊंचा रखते हैं।मेरे रहते मेरे मतदाताओं,शुभचिंतकों का झंडा कभी झुकने नहीं पाता,मै चुनाव हार गया हू,लेकिन हौसला नहीं।वैसे अब यह विषय बहुत हो गया।हाथ जोड़कर सबसे प्रार्थना है इसे खत्म करके अपनी-अपनी दिशा में आगे बढ़ें।

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