बहराइच।उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में आदमखोर भेड़ियों का आतंक लगातार जारी है।एक तरफ वन विभाग आदमखोर भेड़ियों को पकड़ने के लिए सर्च ऑपरेशन चला रहा है तो वहीं दूसरी और भेड़ियों के हमले रुकने का नाम नहीं ले रहें हैं। 35 गांवों के लोग आदमखोर भेड़ियों के खौफ में रह रहे हैं।इन गांवों में लोग रात-रात भर जागकर घरों की रखवाली कर रहे हैं।एक मासूम बच्ची और बुजुर्ग महिला के ऊपर रविवार रात को भेड़िए ने हमला किया। इस हमले में बच्ची की मौत हो गई, वहीं बुजुर्ग महिला को गंभीर स्थिति में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इससे पहले भेड़िए के हमले में 10 मासूमों समेत एक महिला की मौत हो चुकी है,जबकि 50 से अधिक लोग घायल हुए हैं।यह स्थिति उस समय है जब आधुनिक तकनीक से लैस ड्रोन और थर्मल इमेजिंग कैमरों की मदद से भेड़ियों की लगातार निगरानी की जा रही है।
रविवार रात आदमखोर भेड़िये ने महसी तहसील श्रेत्र के बाराबीघा कोटिया गांव की अचाला (65) रविवार रात टाॅयलेट के लिए घर से बाहर निकली थी।इसी दौरान आदमखोर भेड़िए ने बुजुर्ग महिला पर हमला कर दिया।चींखने की आवाज सुन कर घर के लोग दौड़ कर वहां आए,लेकिन शोर सुनकर भेड़िए वहां से भाग गया।इस हमले में बुजुर्ग महिला बुरी तरह घायल हो गई।उसे मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया,जहां डॉक्टरों ने बुजुर्ग महिला की हालत गंभीर बताई है।हरदी क्षेत्र में भी आदमखोर भेड़िए ने एक मासूम बच्ची के ऊपर हमला किया है।बच्ची अपनी मां के साथ सोई थी। इस घटना में बुरी तरह से घायल बच्ची को आनन फानन में अस्पताल ले जाया गया।जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
भेड़ियों के लगातार हमले होने को लेकर स्थानीय लोगों में आक्रोश चरम पर पहुंच गया है।लोगों ने वन विभाग और जिला प्रशासन पर अंधेरे में तीर चलाने का आरोप लगाया। लोगों ने कहा कि भेड़ियों को कंट्रोल करने के लिए स्पेशली डीएफओ आकाशदीप बधावन को बुलाया गया,लेकिन वह भी अब तक फिसड्डी साबित हुए हैं।अभी तक वह भी किसी भेड़िए की हलचल को ट्रैक नहीं कर पाए हैं। बता दें कि आदमखोर भेड़िए को पकड़ने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।अब तक चार भेड़ियों को पकड़ा जा चुका है।दो भेड़िए बचे हैं।
जिलाधिकारी मोनिका रानी ने बताया कि विशेष समस्या यह आ रही है कि ये घटनाएं एक गांव में न होकर अलग-अलग गांवों में हो रही है।वन विभाग और पुलिस की टीमें लगातार लोगों को जागरूक कर रही है।
डीएम मोनिका रानी ने कहा कि मैं यह अपील करना चाहती हूं कि कुछ दिनों के लिए लोग जागरुक रहें और घरों के अंदर ही सोएं। ये घटनाएं अलग-अलग माह की है। पिछले महीने यानी जुलाई से अब तक यह आठवीं घटना है। शासन इस मामले को लेकर बहुत संवेदनशील है और शासन द्वारा लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है,जिसमें सफलता भी मिली है।चार भेड़िए पकड़े भी गए हैं।
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