ब्यूरो धीरज कुमार द्विवेदी
लखनऊ।उत्तर प्रदेश में विधानसभा की नौ सीटों पर हो रहे उपचुनाव के बीच पोस्टर की सियासत गरमा गई है। समाजवादी पार्टी ने पोस्टर के जरिए बंटेंगे तो कटेंगे का मतलब समझाया है तो वहीं भारतीय जनता पार्टी की सहयोगी निषाद पार्टी ने 2027 में अपनी अहमियत जताने का प्रयास किया है।पोस्टर वार से यूपी की सियासत का पारा चढ़ गया है।
न बंटेंगे न कटेंगे 2027 में नफरत करने वाले हटेंगे
इसके पहले सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के जन्मदिन के मौके पर 27 के सत्ताधीश अखिलेश पर पलटवार करते हुए निषाद पार्टी ने कैबिनेट मंत्री डॉ. संजय निषाद को 27 का खेवनहार बताते हुए राजधानी में कई पोस्टर लगवाए। इसके बाद एक बार फिर सपा ने कटेंगे तो बाटेंगे के स्लोगन पर पलटवार किया है।पोस्टर में लिखा न बंटेंगे न कटेंगे 2027 में नफरत करने वाले हटेंगे।
सपा नेता रंजीत कुमार की ओर से लगे पोस्टर खूब वायरल हो रहे हैं।पोस्टर में रंजीत कुमार ने भाजपा के बंटेंगे तो कटेंगे पर पलटवार किया है।रंजीत ने लिखा कि न बंटेंगे न कटेंगे 2027 में नफरत करने वाले हटेंगे,हिंदू मुस्लिम एक रहेंगे तो नेक रहेंगे। बता दें कि यूपी की नौ सीटों पर हो रहे उपचुनाव में भाजपा आठ और रालोद एक सीट पर चुनाव लड़ रही है, जबकि भाजपा की सहयोगी निषाद पार्टी भी सीटों की मांग कर रही थी,लेकिन उसे सीट नहीं मिली।
2027 का नारा निषाद है सहारा
निषाद पार्टी के नेता भी होर्डिंग के जरिए संदेश देने में लगे है। पार्टी के नेता ब्रिजेंद्र कुमार त्रिपाठी की तरफ से राजधानी के मुख्य इलाकों में होर्डिंग लगाई है,जिसमें लिखा है कि 2027 का नारा निषाद है सहारा।इसमें दीपावली की बधाई दी गई है। यह होर्डिंग राजधानी लखनऊ में मुख्यमंत्री आवास,सपा कार्यालय के पहले और मंत्री संजय निषाद के घर के पास लगाई गई है।
हमें एनडीए में सीट नहीं, बल्कि जीत चाहिए
बिजेंद्र कुमार त्रिपाठी द्वारा लगाए गए इन होर्डिंग के जरिए पार्टी अपनी ताकत का प्रदर्शन कर रही है।वहीं इनसे लखनऊ में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है और 2027 के विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा पर समर्थन की शर्त रखने का संकेत दिया है। बीते दिनों उपचुनाव को लेकर उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के साथ की गई प्रेस वार्ता में कैबिनेट मंत्री डॉ. संजय निषाद ने कहा था कि हमें एनडीए में सीट नहीं, बल्कि जीत चाहिए।निषाद समाज को हक चाहिए। बसपा-सपा ने आरक्षण के मुद्दे को लटकाए रखा। हम देश और समाज के हित में सीटों की दावेदारी नहीं करते हैं।
13 नवंबर को होगा मतदान
बता दें कि उत्तर प्रदेश में नौ विधानसभा सीटों के लिए 13 नवंबर को मतदान होगा और परिणाम 23 नवंबर को आएंगे। इसके लिए सभी दलों ने अपने अपने उम्मीदवार उतार दिए हैं। कांग्रेस इस उपचुनाव में भाग नहीं ले रही है। कांग्रेस सपा के समर्थन का ऐलान कर चुकी है।
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