लखनऊ।उत्तर प्रदेश में विधानसभा उपचुनाव का बिगुल बज चुका है।यूपी में 9 विधानसभा सीटों पर 13 नवंबर को मतदान होगा और मतगणना 23 नवंबर को होगी।उपचुनाव चुनाव को लेकर यूपी का सियासी पारा हाई है।चुनाव प्रचार जोरों पर है।भारतीय जनता पार्टी,समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी समेत विभिन्न दलों ने कमर कसकर चुनाव की तैयारी में जुट गए हैं।इसी कड़ी में गुरुवार को 9 सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने अपनी पहली लिस्ट जारी कर दी है।भाजपा ने अपनी पहली लिस्ट में कुल सात प्रत्याशियों के नामों का ऐलान किया है। जिन सीटों पर प्रत्याशियों के नाम का ऐलान हुआ है उसमें कुंदरकी,गाजियाबाद,खैर,करहल,फूलपुर,कटेहरी और मझवां सीट शामिल हैं।
भाजपा ने कुंदरकी सीट से रामवीर सिंह ठाकुर को, गाजियाबाद सदर से संजीव शर्मा,खैर से सुरेंद्र दिलेर,करहल से अनुजेश यादव,फूलपुर से दीपक पटेल,कटेहरी से धर्मराज निषाद और मझवां से सुचिस्मिता मौर्य को प्रत्याशी बनाया है।
भाजपा ने कटेहरी और मझवां से प्रत्याशी उतारकर डॉ. संजय निषाद को झटका दिया है,जिन दो सीटों पर अभी प्रत्याशियों के नाम का ऐलान होना बचा है वो हैं मीरापुर और सीसामऊ। सूत्रों के अनुसार भाजपा मीरापुर की सीट आरएलडी को देगी जबकि सीसामऊ पर उसे अभी अपने प्रत्याशी के नाम का ऐलान करना बाकी है।
उत्तर प्रदेश विधानसभा उपचुनाव में इस बार सीधा मुकाबाला एनडीए और इंडिया गठबंधन के बीच है।दोनों ही गठबंधन के लिए ये चुनाव अपने आप को और मजबूत करने का जरिया है।यही वजह है कि दोनों ही गठबंधन को प्रत्याशियों का नाम तय करने से पहले कई राउंड की बैठक करनी पड़ी है।भाजपा ने गुरुवार को अपनी पहली लिस्ट में 9 सीटों में से सात पर अपने प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर दिया है।
बता दें कि यूपी की 9 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव सिर्फ प्रदेश की सियासत के लिए ही अहम नहीं है। ये आने वाले समय में कई राज्यों के विधानसभा चुनाव पर भी असर डाल सकता है।खास तौर पर बात अगर महाराष्ट्र और झारखंड चुनाव की करें तो यूपी के उपचुनाव का नतीजा वहां के चुनाव पर भी पड़ सकता है।यही कारण है कि एनडीए और इंडिया गठबंधन यूपी विधानसभा उपचुनाव में जीत दर्ज करने के लिए कमर कसकर जुटा है।
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