ब्यूरो धीरज कुमार द्विवेदी
लखनऊ।उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मूसलाधार बारिश से लोगों को उमस भरी गर्मी से तो राहत मिल गई,लेकिन जनजीवन प्रभावित हो गया है।राजधानी में पानी ही पानी हो गया।हालात बद से बदतर हो गए।यहां तक कि विधानसभा के परिसर में भी बारिश का पानी भर गया।नौबत यहां तक आ गई कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को दूसरे गेट से निकालना पड़ा।सचिवालय में भी पानी भर गया।इसके अलावा जिस नगर निगम के ऊपर शहर के नालों की सफाई का जिम्मा है,उसके मुख्यालय की छत भी बारिश के पानी में लीक हो गई।
मूसलाधार बारिश से राजधानी में कई जगह जलभराव की समस्या उत्पन्न हो गई।हजरतगंज चौराहे पर पानी भर जाने से वाहनों का जाम लग गया।सीवर की सफाई न होने से वह चोक हो गए,जिससे राजधानी के अधिकतर इलाके तालाब बन गए। कई स्थानों पर बारिश का पानी घरों और दुकानों में भर गया।
मौसम विभाग ने पहले से ही भारी बारिश और वज्रपात का अलर्ट जारी किया था।सुबह से आसमान में काले बादल उमड़ पड़े।मूसलाधार बारिश ने पूरे शहर को जलमग्न कर दिया। विधानसभा में भी बारिश का पानी भर गया।गेट नंबर 7 के अंदर और बाहर पानी ही पानी नजर आने लगा।विधानसभा के ग्राउंड फ्लोर पर भी पानी घुस आया।कई कमरों में बारिश के पानी से कर्मचारियों को परेशानियां झेलनी पड़ी।
इतना ही नहीं जिस समय मूसलाधार बारिश हुई उस समय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विधानसभा में ही मौजूद थे। सीएम को एक नंबर गेट से बाहर निकाला गया।आम दिनों में सीएम को विधानसभा के गेट नंबर 8 से निकाला जाता है। बारिश का पानी सचिवालय की बिल्डिंग में भी घुस गया।पानी निकालने के लिए मजदूरों को बाल्टियां लेकर लगाया गया।
मूसलाधार बारिश से हजरतगंज चौराहा तालाब बन गया। कई फीट पानी भरने से वाहनों का जाम लग गया।बारिश के कारण नगर निगम के लाख दावे खोखले साबित हो गए।नगर निगम की लापरवाही की से राजधानी के लोग परेशानियों में घिर गए। सीवर की सफाई न होने से पानी की निकासी न हो पाई।इसके अलावा सरकारी दफ्तरों में भी बारिश के लिए कोई खास इंतजाम नहीं किए गए।कुछ ऐसा ही नजारा हजरतगंज स्थित सहकारिता भवन की जर्जर बिल्डिंग में देखने को मिला. बारिश का पानी यहां भी घुस गया।।।
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