फिरोजाबाद।उत्तर प्रदेश में अपराधियों में पुलिस का जबरदस्त खौफ दिखाई दे रहा है।अपराधियों में पुलिस का खौफ किस कदर है ऐसा एक नजारा सुहागनगरी फिरोजाबाद में दिखा है।लूट के दौरान घायल हुए लुटेरे की नींद उस समय उड़ गई,जब उसके साथी बीते दिनों मुठभेड़ में पुलिस की गोली लगने से घायल हो गए।अब पुलिस से बचने के लिए घायल हालत में इलाज करा रहा लुटेरा शुक्रवार रात अपने परिवार वालों के साथ व्हीलचेयर पर सरेंडर करने थाने पहुंच गया।गले में लूट के कबूलनामे की तख्ती थी,जिसमें भविष्य में ऐसा न करने की बात लिखी थी।पुलिस ने उसे जेल भेज दिया।उसके पास से लूटे हुए रुपये भी बरामद हो गए हैं। अब अन्य दो वांछितों की तलाश जारी है।
शिकोहाबाद थाना क्षेत्र के सागर एन्क्लेव निवासी सुरेन्द्र कुमार गुप्ता नगर पालिका के सामने जनसेवा केंद्र चलाते हैं।सुरेन्द्र 26 सितंबर की रात दस बजे अपने घर जा रहे थे।सुरेन्द्र के पास मोटरसाइकिल पर चार थैले थे।थैलों में टिफिन के अलावा दुकान का अन्य सामान रखा हुआ था।मोटरसाइकिल सवार लुटेरे सुरेन्द्र के थैले छीनकर भाग गए थे। 29 सितंबर को थाना शिकोहाबाद में सुरेन्द्र ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी।पुलिस ने लुटेरों की तलाश शुरू कर दी।दो लुटेरे फैजान निवासी तेली गली मोहम्मद माह शिकोहाबाद और हिस्टीशीटर रमाकांत उर्फ धांसू निवासी गांव खुशहालपुर थाना जसराना को पुलिस ने 3 सितंबर को मांडई गांव के पास मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया।मुठभेड़ में दोनों के पैर में पुलिस की गोली लगी।मुठभेड़ में साथियों के घायल होने की जानकारी जैसे ही तीसरे लुटेरे शहबाज निवासी तेली गली को मिली तो उसकी नींद उड़ गई।
शुक्रवार रात में लुटेरा शहबाज व्हील चेयर पर अपने परिवार वालों के साथ थाने पहुंच गया।थाने जाते समय शहबाज गले में तख्ती टांग रखी थी,जिसमें लूट का कबूलनामा लिखा था तो भविष्य में इस तरह की वारदात न करने की बात भी लिखी थी।पुलिस ने शहबाज के पास से तलाशी में लूटे हुए 2200 रुपये बरामद कर उसे जेल भेजा है।वहीं इस लूट की घटना में दो अन्य की पुलिस तलाश कर रही है।
सरेंडर करने थाने पहुंचा लुटेरा शहबाज ने पूरी घटना का खुलासा करते हुए बताया कि पांच लोगों ने मिलकर 50 हजार रुपये की लूट की थी। सभी ने बराबर-बराबर हिस्सेदारी ली थी। अपना हिस्सा लेकर जाने के दौरान अचानक शहबाज का पैर मुड़ गया। इससे उसके काफी चोट आई थी। वह चलने में भी असमर्थ हो गया था। लूटे हुए रुपयों से ही उसने अपना उपचार कराया था।
लुटेरों के पकड़े जाने के बाद खुलासा हुआ है कि सुरेन्द्र से 50 हजार की लूट हुई थी, जबकि मुकदमे की तहरीर में नकदी का जिक्र नहीं था। इस संबंध में सुरेन्द्र का कहना है कि जब मुकदमा दर्ज कराया था तो इस बात की जानकारी नहीं थी कि थैले में नकदी रखी हुई है।
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