रायबरेली।उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले के सुदामापुर गांव के लिए शुक्रवार का दिन काला साबित हो गया।शिक्षक सुनील भारती,पत्नी पूनम भारती और दो मासूम बच्चों के शव कफन में लिपटकर गांव पहुंचे तो देखने वाले हर शख्स की आंखों से आंसुओं का सैलाब उमड़ पड़ा।चीत्कारों ने नियति को दुहाई दी। गांव वालों के लिए यह घटना किसी अभिशाप से कम नहीं है।
पिता राम गोपाल और मां राजवती तो इस तरह बिलख रहे थे कि उनकी हालत देखकर लोग सिहर उठे।वहां मौजूद कोई ऐसा व्यक्ति नहीं था जिसकी आंखों में आंसू न हों। चारों शवों ने हर किसी को हिलाकर रख दिया।खाकी भी शवों को देखकर स्तब्ध रह गई।पिता राम गोपाल को सीओ डलमऊ ढांढस बधाते हुए दिखे।
मौत के बाद की तस्वीर कितनी भयावह होती है यह सुदामापुर में चारों शवों को देखकर गांव वालों को लगा। गांव का कोई ऐसा गलियारा नहीं बचा जहां पर इस हत्याकांड को लेकर अफसोस न जताया जा रहा हो। हर कोई विधाता से परिवार को किस गलती की सजा देने के बारे में दुहाई देता रहा।
रायबरेली जिले के गदागंज थाना क्षेत्र के सुदामापुर गांव में लगभग 10:30 बजे मृतक शिक्षक सुनील भारती समेत चारों शव जब घर पहुंचे। इस दौरान अमेठी सांसद केएल शर्मा भी गांव पहुंचे। वहीं सांसद के सामने परिवार और लोगों ने जमकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की।
अमेठी जिले के शिवरतनगंज थाना क्षेत्र में गुरुवार रात शिक्षक सुनील भारती, पत्नी पूनम भारती और दोनों बच्चों की हत्या के बाद चारों मृतकों का पोस्टमार्टम देर रात हुआ।दो चिकित्सकों के पैनल ने पोस्टमार्टम किया। दोनों बच्चों के पोस्टमार्टम पहले किए गए।उसके बाद सुनील भारती और उनकी पत्नी भारती का पोस्टमार्टम हुआ।मौके पर सीओ सिटी और दो थानों की पुलिस मौजूद रही।इसके अलावा इलाके की भारी भीड़ मौजूद रही। सुनील भारती को तीन गोलियां लगीं, जबकि दो गोलियां पत्नी पूनम भारती को लगी हैं। एक-एक गोली बच्चों से निकाली गईं हैं।
|