लखनऊ।उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में इस साल 2 जुलाई को नारायण साकार हरि भोले बाबा का एक सत्संग हुआ था, जिसमें अव्यवस्था की वजह से हुई भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई थी।पूर्व मुख्यमंत्री बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने हाथरस कांड को लेकर एक्स पर पोस्ट कर योगी सरकार पर निशाना साधा है,क्योंकि यूपी पुलिस की चार्जशीट में सूरजपाल सिंह उर्फ भोले बाबा का नाम नहीं है।इस मामले में यूपी पुलिस ने 3200 पन्ने की चार्जशीट दाखिल की है। चार्जशीट में 11 लोगों के नाम हैं,लेकिन भोले बाबा का नाम गायब है।
पूर्व सीएम मायावती ने कहा है कि यूपी के हाथरस में 2 जुलाई को हुए सतसंग भगदड़ कांड में 121 लोगों की मौत हो गई थी।इनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल थे। यूपी पुलिस की चार्जशीट में सूरजपाल सिंह उर्फ भोले बाबा का नाम गायब है।चार्जशीट में उसका नाम नहीं होना ये जनविरोधी राजनीति है।इससे साबित है कि ऐसे लोगों को राज्य सरकार का संरक्षण है, जो सही नहीं है।
मायावती ने कहा कि मीडिया के अनुसार सिकन्दराराऊ की इस दर्दनाक घटना को लेकर 2,300 पेज की चार्जशीट में 11 सेवादारों को आरोपी बनाया गया है,किन्तु बाबा सूरजपाल के बारे में सरकार द्वारा पहले की तरह चुप्पी क्या उचित,ऐसे सरकारी रवैये से ऐसी घटनाओं को क्या आगे रोक पाना संभव,आमजन चिन्तित।
बता दें कि 2 जुलाई 2024 को हाथरस के सिकंदराराऊ क्षेत्र के फुलराई गांव में बाबा सूरजपाल उर्फ भोले बाबा उर्फ नारायण साकार के सत्संग का आयोजन किया गया था।इस दौरान भगवान का सत्संग चल रहा था कि तभी किसी बात को लेकर वहां पर भगदड़ मच गई।इस भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई थी। मरने वालों में सबसे ज्यादा संख्या महिलाओं की थी।
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