बुलडोज़र पर जब भिड़े योगी और अखिलेश यादव,एक-दूसरे पर चलाए शब्दबाण
बुलडोज़र पर जब भिड़े योगी और अखिलेश यादव,एक-दूसरे पर चलाए शब्दबाण

05 Sep 2024 |  35



ब्यूरो धीरज कुमार द्विवेदी


लखनऊ।साल 2017‌ में उत्तर प्रदेश में बुलडोजर की कार्रवाई शुरू हुई थी।धीरे-धीरे ये बुलडोजर की कार्रवाई देश के कई राज्यों में होने लगी।हालत ये हुए कि सुप्रीम कोर्ट अब देशभर के लिए बुलडोज़र कार्रवाई को लेकर दिशा-निर्देश जारी करने की तैयारी में है।सबकी नजर सुप्रीम कोर्ट की तरफ से जारी होने वाले दिशा निर्देश पर है।अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पूर्व मुख्यमंत्री समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के बीच बुलडोज़र को लेकर ज़ुबानी जंग शुरू हो गई है।

सीएम योगी और पूर्व सीएम अखिलेश यादव के बीच बुलडोज़र पर घमासान कोई नया नहीं है।मंगलवार को घमासान की शुरुआत अखिलेश यादव ने की।अखिलेश यादव लखनऊ में पार्टी कार्यालय में गोरखपुर के सपा कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित कर रहे थे।अखिलेश यादव ने कहा कि जब समाजवादी पार्टी की सरकार 2027 में यूपी में आएगी, तब पूरे प्रदेश के बुलडोज़र का रुख गोरखपुर की तरफ कर दिया जाएगा।

अखिलेश यादव ने गोरखपुर का नाम लिया तो सीएम योगी कहां चुप रहने वाले थे।बुधवार को लखनऊ में सीएम ने कहा कि बुलडोज़र चलाने के लिए दिल और दिमाग चाहिए।सीएम ने कहा कि बुलडोज़र पर सबके हाथ सेट नहीं हो
सकते,बुलडोज़र वही चला सकता है,जिसमें बुलडोज़र जैसी क्षमता और दृढ़ प्रतिज्ञा हो,दंगाइयों के सामने नाक रगड़ने वाले लोग बुलडोज़र के सामने पस्त हो जाएंगे।

इसी बीच अखिलेश यादव ने सीएम योगी पर पलटवार भी कर दिया।अखिलेश यादव ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने बुलडोज़र को लेकर जो टिप्पणी की।उससे साफ है कि बुलडोज़र की कार्रवाई संवैधानिक नहीं है,ऐसे में क्या सीएम इस पर माफी मांगेंगे।अखिलेश यादव ने सीएम के सरकारी आवास पर आरोप लगाते हुए कहा कि खुद सीएम के घर का नक्शा कभी पास नहीं हुआ है। अखिलेश यादव ने बुलडोज़र चलाने के लिए दिल और दिमाग वाली सीएम की टिप्पणी पर कहा कि बुलडोज़र दिमाग से नहीं,स्टीयरिंग से चलता है।जनता कब किसका स्टीयरिंग बदल दे, ये कोई नहीं जानता।

अखिलेश यादव ने बुलडोज़र पर थोड़ी देर बाद फिर एक तंज किया।एक्स पर अखिलेश यादव ने लिखा कि अगर आप और अपना बुलडोज़र इतना ही सफल है, तो बुलडोज़र चुनाव चिन्ह लेकर चुनाव लड़ जाइए।इससे आपका भ्रम और घमंड दोनों टूट जाएगा।अभी जो हालात हैं उसमें आप BJP के होते हुए भी नहीं हैं।आपको अलग पार्टी तो बनानी ही है तो आज ही बना लीजिए।

ऐसा प्रतीत होता है कि सीएम योगी और पूर्व सीएम अखिलेश यादव के बीच ज़ुबानी जंग फिलहाल रुकने वाली नहीं,जिस तरह से बुलडोज़र के मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि वो आने वाले दिनों में देशभर के लिए एक दिशा-निर्देश जारी करेगा।इसके बाद विपक्ष सरकार पर हमलावर हो गया है।

सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को देशभर में आरोपियों के खिलाफ बुलडोजर कार्रवाई पर सुनवाई की।सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि अगर कोई सिर्फ आरोपी है,तो प्रॉपर्टी गिराने की कार्रवाई कैसे की जा सकती है।जस्टिस विश्वनाथन और जस्टिस बीआर गवई की बेंच ने कहा कि अगर कोई दोषी भी हो, तब भी ऐसी कार्रवाई नहीं की जा सकती है।

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हम अवैध अतिक्रमण के बारे में बात नहीं कर रहे हैं।इस मामले से जुड़ी पार्टियां सुझाव दें।हम पूरे देश के लिए गाइडलाइन जारी कर सकते हैं।किसी का बेटा आरोपी हो सकता है,लेकिन इस आधार पर पिता का घर गिरा देना यह कार्रवाई का सही तरीका नहीं है।

सुप्रीम कोर्ट जमीयत-उलेमा-ए-हिंद की याचिका पर सुनवाई कर रही है।इस याचिका में याचिकाकर्ता ने आरोप लगाया कि BJP शासित राज्यों में मुसलमानों को टारगेट करते हुए बुलडोजर एक्शन लिया जा रहा है।

सुप्रीम कोर्ट में केंद्र सरकार की ओर से कहा गया कि किसी भी आरोपी की प्रॉपर्टी इसलिए नहीं गिराई गई, क्योंकि उसने अपराध किया।आरोपी के अवैध कब्जों पर म्युनिसिपल एक्ट के तहत एक्शन लिया गया है।इस मामले पर 17 सितंबर को अगली सुनवाई होगी।

चर्चा में रही ये बुलडोज़र कार्रवाई

21 अगस्त 2024 : मध्य प्रदेश के छतरपुर में पुलिस पर पथराव के आरोपी की कोठी पर बुलडोज़र चलवा दिया गया। तीन मंजिला ये कोठी 20 हजार स्क्वायर फीट में बनी थी, जिसकी कीमत 20 करोड़़ रुपये थी।पीड़ित परिवार ने एफआईआर में कहा है कि जब कोठी गिराई जा रही थी तब परिवार का कोई सदस्य मौजूद नहीं था।

17 अगस्त 2024 : राजस्थान के उदयपुर में दो बच्चों में चाकूबाजी के बाद आरोपी के घर पर बुलडोजर चलवा दिया गया।एक सरकारी स्कूल में 10वीं में पढ़ने वाले एक बच्चे ने दूसरे को चाकू मारकर घायल कर दिया था।इसके बाद पूरे शहर में आगजनी और हिंसक प्रदर्शन हुए।फिर प्रशासन ने बुलडोज़र की कार्रवाई की।

12 जून 2024 : उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद और बलिया में 2 आरोपियों की 6 संपत्तियां तोड़ी गईं।मुरादाबाद में विवाहिता के अपहरण की कोशिश करने वाले के घर पर बुलडोजर चला था,जबकि बरेली में रोटी के विवाद में युवक की पीट-पीटकर हत्या करने वाले होटल मालिक जीशान का होटल जमींदोज कर दिया गया था।

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