पीलीभीत।उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले के पूरनपुर में खालिस्तानी आतंकियों के तार तलाशने में जुटी पुलिस को अहम सुराग मिले हैं।बुधवार को पुलिस की 10 से अधिक टीमों ने पूरनपुर के होटलों को खंगाला। पुलिस टीम के साथ एसपी अविनाश पांडेय खुद सड़क पर उतरे और आतंकियों की तस्वीर दिखाकर लोगों से जानकारी की।जांच में पुलिस को कई अहम जानकारियां मिली हैं।बताया जा रहा है कि मुठभेड़ में मारे गए तीनों खालिस्तानी आतंकी होटल हर जी में रुके थे। तीनों का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। वीडियो में तीनों आतंकी होटल में जाते दिख रहे हैं।इनके साथ एक अन्य व्यक्ति भी है। चौथा व्यक्ति कौन है अभी इसका पता नहीं चला है।हर जी होटल के बाहर पुलिस का पहरा बढ़ा दिया गया है। पुलिस की जांच जारी है।
पूरनपुर क्षेत्र में सोमवार सुबह पीलीभीत पुलिस और पंजाब पुलिस ने मुठभेड़ में खालिस्तानी आतंकी वरिंदर सिंह,गुरविंदर सिंह और जसनप्रीत सिंह को मार गिराया था।आतंकियों के पास से दो मॉडीफाइड एके-47, दो ग्लॉक पिस्टल (ऑस्ट्रिया निर्मित), भारी मात्रा में कारतूस और मोबाइल फोन भी मिले थे।तीनों पंजाब के गुरदासपुर जिले के रहने वाले थे। तीनों पर कलानौर थाने की बख्शीवाल चौकी पर हमला करने का आरोप था। पुलिस चौकी पर हमला कर तीनों आतंकी पूरनपुर आए।पुलिस जांच के मुताबिक तीनों यहां होटल में रुके थे। अब पुलिस तीनों आतंकियों का स्थानीय कनेक्शन पता करने में जुटी है।
पूरनपुर कोतवाल नरेश कुमार त्यागी की ओर से आतंकी शहूर खुर्द कलानौर गुरदासपुर निवासी प्रताप सिंह उर्फ जसनप्रीत सिंह, आगवान गुरदासपुर निवासी वरिंदर सिंह उर्फ रवि, वादिया मोहल्ला कलानौर गुरदासपुर निवासी गुरविंदर सिंह के खिलाफ जानलेवा हमले की रिपोर्ट दर्ज कराई है। विवेचना बीसलपुर कोतवाल संजीव शुक्ला को सौंपी गई है। बीसलपुर इंस्पेक्टर ने पूरनपुर कोतवाली पहुंचकर अभिलेख कब्जे में लिए हैं।
बताते चलें कि सोमवार को पीलीभीत के पूरनपुर में खालिस्तानी आतंकियों के एनकाउंटर के मामले में नई जानकारी सामने आई है।बताया जा रहा है कि पंजाब पुलिस ने 23 दिसंबर की सुबह 4:35 पर खुद कलानौर थाने के इंस्पेक्टर कपिल कौशल को तीनों खालिस्तानी आतंकियों के पूरनपुर में होने की जानकारी दी थी।सूचना के मिलने के बाद स्थानीय पुलिस तुरंत सक्रिय हो गई थी।
इसके बाद पूरनपुर के खमरिया तिराहे पर तैनात सिपाही ने सोमवार की सुबह 5:07 पर इंस्पेक्टर को बाइक से तीन लड़कों के भागने का इनपुट दिया था।सुबह 5:30 तीनों संदिग्धों को चारों तरफ से पुलिस टीमों ने घेरा तो उन्होंने माधोटांडा के संधू फार्म रास्ते में पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी थी।पुलिस पर फायरिंग की सूचना के बाद एसपी अविनाश पांडे मुठभेड़ स्थल पर पहुंचे।
एसपी अविनाश पांडेय पुलिस टीम का नेतृत्व करते हुए फायरिंग करते हुए आगे बढ़ते गए।उस दौरान गोलियां उनके शरीर के आसपास से निकल रही थीं।इस जोखिम भरी मुठभेड़ में किसी भी क्षण किसी भी पुलिसकर्मी की जान जा सकती थी।इसी दौरान गोली लगने से एक बदमाश मोटरसाइकिल के पास गिर पड़ा और उसके मुंह से चीख निकल रही थी।कुछ देर बाद आतंकियों की तरफ से फायरिंग बंद हो गई।
पुलिस टीम ने पास में जाकर देखा तो तीनों आतंकी घायल पड़े हुए थे।इसके बाद पंजाब पुलिस ने गोली लगने से घायल हुए आतंकियों की पहचान कर ली। तीनों को अस्पताल ले जाया, जहां तीनों को मृत घोषित कर दिया गया।यूपी पुलिस के मुताबिक खालिस्तानी आतंकियों के साथ हुई मुठभेड़ में एसपी पीलीभीत अविनाश पांडे ने अपनी सरकार सरकारी पिस्टल से दो फायर किए थे।
इस पूरी मुठभेड़ में एसपी पीलीभीत के साथ-साथ दो इंस्पेक्टर और एक सब इंस्पेक्टर ने कुल 7 गोलियां चलाई थी। पंजाब पुलिस की तरफ से कुल 8 राउंड गोली चलाई गई थी।वहीं आतंकियों की तरफ से चलाई गई गोली से बरेली पुलिस के दो सिपाही घायल हो गए।एक गोली इंस्पेक्टर पूरनपुर,एक गोली इंस्पेक्टर माधवटांडा के बुलेटप्रूफ जैकेट में लगी थी।दोनों बाल-बाल बच गए।
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