महाकुंभनगर।विश्व के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन महाकुंभ की तैयारियों का जायजा लेने के लिए सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ संगम नगरी पहुंचे।सीएम ने अरैल में बनी टेंट सिटी,दशाश्वमेध घाट के कार्यों का निरीक्षण किया। दशाश्वमेध महादेव का पूजन करने के बाद प्रयागराज मेला प्राधिकरण के कार्यालय पर समीक्षा बैठक भी की।
सीएम योगी ने पांटून पुल बनाने,चकर्डप्लेट बिछाने,शौचालय, अस्पताल,बिजली के पाेल,पानी की पाइपलाइन बिछाने के बारे में जानकारी ली।मेला क्षेत्र में 30 पांटून पुल बनने हैं, लेकिन अभी तक 20 बने हैं। साधु-संतों को सुविधा के लिए चक्कर काटना पड़ रहा है।सीएम ने सख्त निर्देश दिया कि यह उचित नहीं है,संतों को दिक्कत न होने पाए,जो काम बचे हैं, वह 30 दिसंबर तक हर हाल में पूरे कर लिए जाएं। इसके बाद विभागवार कार्यों की समीक्षा करके जवाबदेही तय की जाएगी।
सीएम योगी ने कहा कि 20 हजार से अधिक संतों और संगठनों सहित अन्य संस्थाओं का रजिस्ट्रेशन किया गया है। सभी 13 अखाड़ों के साथ दंडीवाडा और आचार्यवाड़ा को भूमि आवंटित की जा चुकी है।भूमि आवंटित करने की कार्रवाई चल रही है। नई संस्थाओं को पांच जनवरी तक हर हाल में जमीन आवंटित कर दी जाएगी।सीएम ने कहा कि इस बार एसडीआरएफ और एनडीआरफ के साथ आपदा मित्र की भी घाटों पर तैनाती की जाएगी।पहली बार संगम आने वाले श्रद्धालुओं को मां गंगा का रिवर फ्रंट देखने को मिलेगा।
सीएम योगी ने कहा कि इस बार महाकुंभ में श्रद्धालुओं को श्री बड़े हनुमान मंदिर कॉरिडोर,अक्षयवट,पातालपुरी,भरद्वाज आश्रम,सरस्वती कूप कॉरिडोर देखने का अवसर मिलेगा। साथ ही भगवान राम और निषादराज की मिलन स्थली सीएम ने कहा कि श्रृंगवेरपुरधाम कॉरिडोर भी लोगों को आकर्षित करेगी। द्वादश ज्योतिर्लिंग के साथ,वासुकिनाथ और महत्वपूर्ण दर्शनीय तीर्थस्थलों पर फसाड लाइटिंग और सुंदरीकरण कार्य लगभग पूरा हो गया है।
सीएम योगी ने कहा कि मां गंगा और यमुना का जल अब स्नान करने और आचमन करने लायक भी है।श्रद्धालुओं को यहां अविरल और निर्मल गंगा जल उपलब्ध होता रहेगा।गंगा जल शुद्ध रहे इसके लिए दूषित नाले के पानी को शुद्ध करके छोड़ा जा रहा है। सीएम ने कहा कि मां गंगा और यमुना की कृपा से इस बार संगम में स्नान के लिए पर्याप्त जलराशि मौजूद है।ड्रेनेज और इंडस्ट्रीज के पानी को बायोरेमिडेशन और जियो टैग के माध्यम से शुद्ध किया जा रहा है।
सीएम योगी ने कहा कि मेले में 24 घंटे निर्बाध विद्युत आपूर्ति के लिए उपकेंद्रों का निर्माण युद्ध स्तर पर चल रहा है। 48 हजार एलईडी स्ट्रीट लाइट लगाई जा चुकी है। सीएम ने कहा कि डबल इंजन की सरकार में श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की दिक्कत नहीं होगी। सीएम ने कहा कि संगम के तट पर अरैल घाट पर 20 हजार श्रद्धालुओं के लिए टेंट सिटी की स्थापना प्रयागराज मेला प्राधिकरण की ओर से की जा रही है।इसके अलावा करीब छह हजार श्रद्धालुओं के लिए मेला क्षेत्र में अलग-अलग स्थानों पर टेंटेज तैयार किए जा रहे हैं। मेले में सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम रहेगा। केंद्र और राज्य सरकार के विभाग पूरे समन्वय के साथ कार्य कर रहे हैं।
बता दें कि प्रयागराज सनातन संस्कृति के प्राचीनतम नगरों में से एक है।प्रयागराज की महत्ता और प्राचीनता का विवरण ऋगवेद से लेकर पुराणों और रामायण,महाभारत जैसे महाकाव्यों में मिलता है।सनातन मतावलंबियों के आराध्य प्रभु श्रीराम के जीवन और वनवास प्रसंग से प्रयागराज का विशेष संबंध है।रामायण में वर्णन मिलता है कि वनवास के लिए अयोध्या से निकल कर प्रभु श्रीराम प्रयागराज के श्रृंगवेरपुर धाम पहुंचे थे।जहां प्रभु श्रीराम ने रात्रि निवास कर अपने बाल सखा निषादराज की मदद से गंगा नदी पार की थी और वहां से भरद्वाज मुनि के आश्रम पहुंचे थे।
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