संभल।उत्तर प्रदेश के संभल में हुई हिंसा की जांच तेजी से हो रही है।जांच के दौरान पुलिस को ऐसे सबूत मिले हैं,जिसने जांच की दिशा को बदलकर रख दिया है।कल मंगलवार पुलिस को घटनास्थल से पाकिस्तान ऑर्डिनेंस फैक्ट्री के कारतूस का खोखा और USA मेड कारतूस का खोखा मिला था।ऐसे में आज बुधवार खुफिया विभाग और पुलिस की टीमों ने बड़ा सर्च ऑपरेशन शुरू किया।हिंसा वाले क्षेत्र को सील कर एसआईटी और खुफिया विभाग की टीमें सुबह से मेटल डिटेक्टर से जांच कर रही हैं।
हिंसा वाले क्षेत्र में एएसपी श्रीशचंद्र और सीओ अनुज चौधरी के नेतृत्व में सर्च ऑपरेशन चल रहा है।संभावना है कि ऐसे और भी कई सबूत मिल सकते हैं जो जांच में बेहद अहम साबित हो सकते हैं।नगर पालिका कर्मचारियों के साथ खुफिया विभाग की टीम और पुलिस की टीमें नालियों में भी जांच कर रही हैं।
बता दें कि पाकिस्तान ऑर्डिनेंस फैक्ट्री के 9 mm के कारतूस का खोखा बरामद होने से पुलिस की जांच में नया मोड़ आ गया है।भारत में सिविलियन के इस्तेमाल के लिए 9 mm हथियार का यूज नहीं होता है।भारत में केवल पैरामिलिट्री आर्मी और पुलिस फोर्स को ही 9MM पिस्टल मिलती है।
बताते चलें कि संभल में 24 नवंबर को स्थानीय कोर्ट के आदेश पर शाही जामा मस्जिद के सर्वेक्षण के दौरान हिंसा भड़क उठी थी।हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई थी और लगभग दो दर्जन लोग घायल हो गए थे।घायलों में पुलिसवाले भी शामिल थे।पुलिस ने हिंसा मामले में ढाई हजार से ज्यादा लोगों पर एफआईआर दर्ज की है।इनमें से अधिकांश अज्ञात हैं,जिन लोगों पर एफआईआर दर्ज की गयी है उनमें संभल से समाजवादी पार्टी के सांसद जिया उर रहमान बर्क और संभल के विधायक इकबाल महमूद के बेटे सोहेल इकबाल भी शामिल हैं।
संभल हिंसा मामले में घटनास्थल से पाकिस्तान ऑर्डिनेंस फैक्ट्री का कारतूस का खोखा बरामद होने के बाद एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई का बयान सामने आया है।एसपी ने कहा कि 24 नवंबर को हुई घटना को लेकर फॉरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल की।इस दौरान जमीन में दबे हुए कुछ खोखे बरामद हुए हैं।
एसपी ने कहा कि घटनास्थल पर फोरेंसिक टीम और नगर निगम को एक फायर किया हुआ पीओएफ 9 एमएम 68-26, एक एफएन स्टार केस मिला है,जिस पर स्ट्राइकर पिन का निशान है।एक मेड इन यूएसए 12 एमएम बोर का कारतूस मिला है।इनमें से कोई भी बोर पुलिस का नहीं है।कुल 6 फायर किए हुए कारतूस मिले हैं। उन्होंने कहा कि यह जांच और तलाशी जारी रहेगी।यह एक संवेदनशील मामला है।हम घटना के फुटेज में दिखाई देने वाले व्यक्तियों की पहचान कर रहे हैं।
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