आदमखोर भेड़िए,शूटर अब हिंसा,पिछले तीन महीने से सुर्खियों में है बहराइच
आदमखोर भेड़िए,शूटर अब हिंसा,पिछले तीन महीने से सुर्खियों में है बहराइच

16 Oct 2024 |  18





बहराइच।उत्तर प्रदेश का बहराइच जिला लगभग तीन महीने से सुर्खियों में है।सुर्खियों में ऐसा कि खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हालातों पर नजर बनाए हुए हैं।इसके पीछे कारण अलग-अलग रहे हों, लेकिन बहराइच पिछले कुछ समय से ज्यादा ही संघर्ष कर रहा है।कुछ समय पहले से आदमखोर भेड़ियों का आतंक,फिर मुंबई में बाबा सिद्दीकी हत्याकांड के तार बहराइच से जुड़े और अब हिंसा।

दशहरे के अगले ही दिन बहराइच में एक ऐसी घटना घटी कि पूरा जिला जल उठा।रविवार को मूर्ति विसर्जन के दौरान हुए बवाल में युवक रामगोपाल मिश्रा की गोली मारकर हत्या कर दी गई। रामगोपाल की हत्या से हिंसा की नींव रखी गई, लोग सड़कों पर उतर गए, जमकर तोड़फोड़ और आगजनी की।देखते ही देखते उपद्रवियों ने जमकर उत्पात मचाया।सोमवार सुबह तक जिले में हिंसक प्रदर्शन हुआ,तोड़फोड़-आगजनी और अराजकता ऐसी फैली कि माहौल बहुत तनावपूर्ण हो गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद पूरे मामले की पल-पल की अपडेट लेते रहे।सोमवार सुबह हालात इतने बेकाबू हो गए कि राजधानी लखनऊ से पुलिस के बड़े अफसरों को मैदान में उतरना पड़ा।योगी सरकार ने अब घटना पर काबू पा लिया है।तनावपूर्ण स्थिति के बीच पुलिस बल तैनात है।हिंसा से पैदा हुई दहशत अभी भी यहां के लोगों में है।पिछले कुछ समय के ऐसे घटनाक्रम हुए जिसने बहराइच को सुर्खियां तो दीं, लेकिन दहशत के पन्नों पर दी।

आदमखोर भेड़ियों का आतंक

बहराइच जिले में पिछले कुछ समय से आदमखोर भेड़ियों ने जबरदस्त आतंक मचा रखा था। लगभग तीन महीने में आदमखोर भेड़ियों ने बच्चों समेत दस लोगों को मार डाला और‌ कई बच्चों को गंभीर घायल कर दिया।भेड़ियों को पकड़ने के लिए वन विभाग की कई टीमें लगानी पड़ी। वन विभाग ने सुरक्षा के लिए ड्रोन मैपिंग का सहारा लिया। इस दौरान पांच भेड़ियों को पकड़ लिया गया, उन्हें गोरखपुर और लखनऊ के चिड़ियाघर में छोड़ा गया। वहीं एक लंगड़ा भेड़िया अभी तक पकड़ में नहीं आया है। जबकि ग्रामीणों ने कई भेड़ियों को मार भी डाला। लगभग 50 गांवों में आदमखोर भेड़ियों का आतंक था। महिलाएं अपने बच्चों के साथ घर के अंदर रहती थीं, जबकि पुरुष रात में पहरा देते थे।कुछ परिवारों ने तो अपने बच्चों को रिश्तेदारों के यहां भेज दिया था।आदमखोर भेड़ियों ने पहला हमला इसी साल मार्च में शुरू किया।शुरुआत में आदमखोर भेड़ियों ने जिले के हरदी थाना क्षेत्र की ग्राम पंचायत औराही में उत्पात मचाया था।जुलाई के बाद हमलों की संख्या बढ़ गई। आदमखोर भेड़िये अक्सर घरों में सो रहे बच्चों को निशाना बनाते थे। जिला वन अधिकारियों ने सीसीटीवी फुटेज में छह भेड़ियों का एक झुंड देखा था।लगातार आदमखोर भेड़ियों के हमले के बाद योगी सरकार अलर्ट हुई।वन मंत्री अरुण कुमार सक्सेना ने भी खुद बहराइच में कैंप किया।लखनऊ से वन विभाग के बड़े-बड़े अधिकारी बहराइच पहुंचे,ड्रोन एक्सपर्ट भी बुलाए गए,पुलिस,वन विभाग,राजस्व कर्मी और तहसील कर्मियों की गांवों में ड्यूटी भी लगाई गई।भाजपा विधायक सुरेश्वर सिंह खुद बंदूक लेकर गांव में पहरा दिया।

मुंबई में बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में बहराइच जिले का जुड़ा नाम

आदमखोर भेड़ियों के आंतक के बाद मुंबई में एनसीपी नेता और पूर्व मंत्री रहे बाबा सिद्दीकी हत्याकांड के तार बहराइच से जुड़े। 12 अक्तूबर को मुंबई में बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या की गई। तीन शूटरों ने हत्या की वारदात को अंजाम दिया। हत्याकांड में शामिल शूटरों में दो बहराइच के कैसरगंज थाना क्षेत्र गंडारा गांव के रहने वाले हैं। जबकि एक शूटर गुरमेल सिंह हरियाणा के कैथल का रहने वाला है।बहराइच के रहने वाले दोनों शूटरों के नाम धर्मराज कश्यप और शिवकुमार है। धर्मराज कश्यप को मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया, जबकि शिवकुमार गौतम अभी भी फरार है। पुलिस शिवकुमार की तलाश में जुटी है। इसी बीच पुलिस ने बहराइच से इसी मामले में दो अन्य युवकों को भी उठाया। मुंबई पुलिस और‌ यूपी एसटीएफ इस मामले की जांच कर रही है।पुलिस के सूत्र बताते हैं कि कैसरगंज कोतवाली क्षेत्र के गंडारा गांव से बाबा हत्याकांड के आरोपी धर्मराज के छोटे भाई अनुराग और गांव के दूसरे युवक हरीश को मुंबई पुलिस ने हिरासत में लिया है और अपने साथ लेकर गई है। सूत्र बताते हैं कि यहां पर लगभग आधा दर्जन लोगों को पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया हुआ है। हालांकि, इस मामले में आधिकारिक तौर पर कोई जानकारी मीडिया को नहीं दी जा रही है।

हिंसा से सुलगता बहराइच

मुंबई में हुए बाबा सिद्दीकी हत्याकांड के तुरंत बाद बहराइच हिंसा की आग में जल उठा।हरदी थाना क्षेत्र की महसी तहसील के महराजगंज कस्बे में रविवार को दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस के दौरान हुए बवाल में युवक रामगोपाल मिश्रा की हत्या हो गई। इसके बाद बहराइच के कई इलाकों में बवाल शुरू हो गया।शिवपुर,राजीचौराहा,भगवानपुर,खैरा बाजार समेत अन्य स्थानों पर तोड़फोड़ और आगजनी की घटनाएं हुईं। हंगामे के दौरान वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया था।शोरूम,अस्पताल,दुकानों और घरों में भी तोड़फोड़ की गई थी।हिंसा बढ़ने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद हालात पर नजर रखी।साथ ही हिंसा पर काबू पाने के लिए सीएम योगी के निर्देश पर एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश,गृह सचिव संजीव गुप्ता,एडीजी जोन गोरखपुर केएस प्रताप कुमार समेत कई बड़े अधिकारी मौके पर पहुंचे और एहतियाती कदम उठाए, जिससे हालात पर काबू पाया जा सका।फिलहाल महसी तहसील क्षेत्र में पीएसी और पुलिस के जवान तैनात हैं। चौराहों पर भी कड़ा पहरा है। मंगलवार को तीसरे दिन स्थिति सामान्य रही। दुकानें खुलीं और लोग भी घरों से बाहर निकले। प्रभावितों को प्रशासन ने राशन भी वितरित किया। इस बीच एहतियातन इंटरनेट सेवा बाधित रखी गई है।

बहराइच कांड में दो और मुकदमे दर्ज, 52 उपद्रवी गिरफ्तार कर भेजे गए जेल

बहराइच में हिंसा भड़काने में शामिल 52 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।पुलिस ने इस मामले में दो मुकदमे और दर्ज किए हैं। एसपी वृंदा शुक्ला ने बताया कि संवेदनशील इलाकों में उच्च अधिकारियों के साथ गश्त की जा रही है। वीडियो फुटेज के आधार पर उपद्रवियों को चिन्हित कर गिरफ्तारी के लिए छापे मारे जा रहे हैं।

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