बहराइच में हिंसा की आड़ में माहौल बिगाड़ने की रची गई थी साजिश,हिंसा का पाकिस्तान से कनेक्शन
बहराइच में हिंसा की आड़ में माहौल बिगाड़ने की रची गई थी साजिश,हिंसा का पाकिस्तान से कनेक्शन

16 Oct 2024 |  27





बहराइच।उत्तर प्रदेश के बहराइच में रविवार को हिंसा भड़कने के बाद यूपी का माहौल बिगाड़ने की साजिश के अहम सुराग हाथ लगे हैं।सोशल मीडिया पर कई अकाउंट्स के जरिये वीडियो और भड़काऊ बातें प्रचारित की जाने लगीं।इनमें जुलूस में शामिल लोगों को मुस्लिमों के घरों में हमले का दोषी ठहराया गया।

देखते-ही-देखते बहराइच कांड देश भर में सुर्खियों में आ गया,जिससे कई अन्य शहरों में भी माहौल बिगड़ने से रोकने के लिए प्रशासन को इंटरनेट सेवाएं बंद करने का एहतियाती कदम उठाना पड़ा।पुलिस हिंसा के अलावा वारदात से जुड़े हर पहलू की गहनता से जांच कर रही है,जिसमें सोशल मीडिया पर माहौल बिगाड़ने की साजिश भी शामिल है।

मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर एडीजी एलओ अमिताभ यश ने बहराइच पहुंचकर हालात को नियंत्रण में किया। सोमवार दोपहर के बाद किसी भी इलाके में कोई अप्रिय घटना सामने नहीं आई। हालात सामान्य होने पर एडीजी एलओ मंगलवार देर शाम राजधानी गए। एडीजी एलओ आज‌ बुधवार को अपनी रिपोर्ट डीजीपी को सौंपेंगे।इसके बाद सीएम को अवगत कराया जाएगा।

पुलिस की जांच में सामने आया है कि रामगोपाल मिश्रा को गोली मारने वाला सलमान स्थानीय पुलिसकर्मियों का करीबी था। इलाके में सलमान दबंग छवि वाला था।आशंका जताई जा रही है कि सलमान से करीबी होने से स्थानीय पुलिस जुलूस पर पथराव के दौरान मूकदर्शक बनी रही और हमलावरों पर कोई कार्रवाई नहीं की।यह भी सामने आया है कि जुलूस में डीजे पर पाकिस्तान के खिलाफ एक गाना बजाने का विरोध किया गया था।गाना बंद नहीं होने पर जुलूस पर पथराव होने लगा, जिसके बाद हालात बिगड़ते चले गए।


हिंसा की आग में दो दिन धधकने के बाद बहराइच में मंगलवार को तीसरे दिन पूरी तरह शांति रही। हालांकि लोगों में दहशत और तनाव कायम है। पूरे नगर में पुलिस और पीएसी मुस्तैद रही। अधिकारी गश्त करते रहे।दोपहर बाद दुकानें भी खुलीं। इस बीच एहतियातन इंटरनेट सेवा बाधित रखी गई है। देर शाम रामगोपाल की पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी सामने आई, रिपोर्ट के मुताबिक शरीर पर 35 छर्रे लगे थे। धारदार हथियार से वार कर करंट भी लगाया गया था। इससे शॉक एंड हेमरेज से उनकी मौत हो गई थी।

बहराइच के महसी तहसील के महराजगंज कस्बे में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस के दौरान हुए विवाद और रामगोपाल मिश्रा की हत्या के बाद शुरू हुआ बवाल सोमवार रात तक चला। इस दौरान शिवपुर, राजीचौराहा, भगवानपुर, खैरा बाजार समेत अन्य स्थानों पर तोड़फोड़ और आगजनी की घटनाएं हुईं थीं। मंगलवार को तीसरे दिन स्थिति सामान्य रही। दुकानें खुलीं और लोग भी घरों से बाहर निकले। प्रभावितों को प्रशासन ने राशन भी वितरित किया।हंगामे के दौरान वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया था। दुकानों व घरों में भी तोड़फोड़ की गई थी। मंगलवार को इन सभी मलबों को साफ कराया गया।

महसी तहसील क्षेत्र में पीएसी और पुलिस के जवान तैनात रहे। चौराहों पर भी कड़ा पहरा रहा। एडीजी गोरखपुर जोन केएस प्रताप, कमिश्नर शशि भूषण लाल, डीआईजी अमरेंद्र प्रसाद सिंह, डीएम मोनिका रानी, एसपी वृंदा शुक्ला समेत आला अधिकारी महसी तहसील क्षेत्र में गश्त करते रहे। डीएम व एसपी ने महसी में भी कैंप किया। नेपाल बॉर्डर पर भी अधिकारी पहुंचे और सुरक्षा व्यवस्था परखी।

बहराइच की महसी तहसील के महराजगंज कस्बे में रविवार शाम को गाने को लेकर हुए विवाद के बाद मुस्लिम युवकों ने पथराव शुरू कर दिया। इससे दुर्गा प्रतिमा खंडित होने पर पूजा समिति के सदस्यों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया तो मुस्लिमों ने रामगोपाल मिश्रा (24) को घर के अंदर घसीट ले गए और गोली मार दी। घटना का पूरे जिले में विरोध शुरू हो गया था। विसर्जन कमेटी के लोगों ने बहराइच-सीतापुर हाईवे पर चहलारी घाट पुल के पास जाम लगाकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। बहराइच-लखनऊ हाईवे भी जाम कर दिया गया।



प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार रविवार शाम महसी तहसील की प्रतिमा को विसर्जन के लिए ले जाया जा रहा था। महराजगंज कस्बे में पहुंचने पर कस्बा निवासी मुस्लिम समुदाय के कुछ लोग मौके पर पहुंचे और गाली गलौज शुरू कर दी। प्रतिमा के साथ चल रहे लोगों ने इसका विरोध किया तो छतों से पथराव शुरू कर दिया गया। इस पर समिति के सदस्य प्रदर्शन करने लगे तो मुस्लिम सामुदाय के हजारों लोगों की भीड़ मौके पर पहुंची और उपद्रव शुरू कर दिया। सूचना पर भारी पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची।

पूजा समिति सदस्यों का आरोप है कि एसओ मौके पर मौजूद नहीं थे। प्रदर्शन शुरू हुआ तो पुलिस ने विसर्जन में शामिल लोगों पर ही लाठीचार्ज कर दिया, जिससे भगदड़ मच गई और मुस्लिम समुदाय के लोग रामगोपाल को उठा ले गए और उसकी हत्या कर दी।

बहराइच में हिंसा भड़काने में शामिल 52 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।पुलिस ने इस मामले में दो मुकदमे और दर्ज किए हैं। एसपी वृंदा शुक्ला ने बताया कि संवेदनशील इलाकों में उच्च अधिकारियों के साथ गश्त की जा रही है। वीडियो फुटेज के आधार पर उपद्रवियों को चिन्हित कर गिरफ्तारी के लिए छापे मारे जा रहे हैं।

बता दें कि हिंसा पर काबू पाने के लिए सीएम योगी के निर्देश पर एडीजी एलओ अमिताभ यश, गृह सचिव संजीव गुप्ता, एडीजी जोन गोरखपुर केएस प्रताप कुमार, मंडलायुक्त देवीपाटन शशि भूषण सुशील आदि अधिकारियों ने मौके पर जाकर एहतियाती कदम उठाने शुरू कर दिए, जिससे हालात पर काबू पाया जा सका।

हिंसा से प्रभावित इलाकों को नौ सेक्टर में विभाजित कर पल-पल की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारियों की दो शिफ्टों में तैनात किया गया है। इन इलाकों में आने-जाने वालों की चेकिंग और पूछताछ जारी है।

डीएम मोनिका रानी ने बताया कि हिंसा प्रभावित इलाकों में प्रधान, कोटेदार, लेखपाल, सचिव आदि की ड्यूटी भी लगाई गई है, जो ग्रामीणों से वार्ता करके जानकारियां जुटा रहे हैं। जनता की मदद के लिए एक कंट्रोल रूम भी बनाया गया है। हिंसा से प्रभावित परिवारों को राहत किट प्रदान दी जा रही है। राजस्व टीम द्वारा नुकसान का सर्वे किया जा रहा है ताकि प्रशासन की ओर से हरसंभव मदद की जा सके।

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