यूपी में कांग्रेस की मुश्किल बढ़ाने के बाद महाराष्‍ट्र पहुंचे अखिलेश,हरियाणा विस चुनाव से सबक के बाद बदली रणनीति
यूपी में कांग्रेस की मुश्किल बढ़ाने के बाद महाराष्‍ट्र पहुंचे अखिलेश,हरियाणा विस चुनाव से सबक के बाद बदली रणनीति

20 Oct 2024 |  34





लखनऊ।लोकसभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन और फिर हरियाणा में कांग्रेस की हार।हरियाणा विधानसभा के चुनावी नतीजे आने के अगले दिन ही समाजवादी पार्टी ने विधानसभा उपचुनाव के लिए छह सीटों पर प्रत्याशियों का नाम फाइनल कर दिए।वो भी कांग्रेस से बातचीत के बिना।श्रीनगर में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा की सपा मुखिया अखिलेश यादव से मुलाकात हुई।अगले दिन सपा ने मीरापुर सीट पर भी प्रत्याशी उतार दिया।इसके बाद अखिलेश यादव दो दिनों के दौरे पर महाराष्ट्र निकल गए।दौरे के आखिरी दिन अखिलेश ने शनिवार को महाराष्‍ट्र विधानसभा चुनाव के लिए चार सीटों पर प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर दी है।महाराष्ट्र जाने से पहले अखिलेश यादव ने कहा कि हम महाराष्‍ट्र में 12 सीटों पर लड़ेंगे।इसकी लिस्ट हमने कांग्रेस को दे दी है।

कांग्रेस के लिए अखिलेश यादव का संदेश साफ है।हरियाणा वाली गलती अब आगे और नहीं।हरियाणा में भूपेन्द्र हुड्डा की जिद के कारण सपा को सीट नहीं मिली थी।इसीलिए अखिलेश यादव ने इस बार अपना गियर बदल लिया है। सियासत में का एक नियम ये भी है कि जो कहा जाए उसे किया न जाए।विधानसभा उपचुनाव के लिए कांग्रेस ने सपा से 5 सीट मांगी थी।सपा की तरफ से दो सीटें छोड़ने का ऑफर है, लेकिन इस ऑफर से पहले ही अखिलेश यादव छह सीटों पर प्रत्याशियो के नामों का ऐलान कर चुके थे।महाराष्‍ट्र जाने से पहले अखिलेश यादव ने मीरापुर सीट पर भी प्रत्याशी का फाइनल कर दिया।

महाराष्ट्र दौरे के पहले दिन अखिलेश यादव ने कहा कि इस बार इंडिया गठबंधन मिल कर महाराष्ट्र में लड़ेगा और जीतेगा। दौरे के दूसरे दिन सपा ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए चार प्रत्याशियों के नाम फाइनल कर दिए।महाराष्ट्र सपा के प्रदेश अध्यक्ष अबू आजमी विधायक हैं।अबू आजमी अपनी परंपरागत सीट शिवाजी नगर से चुनाव लड़ रहे हैं।सपा के दूसरे विधायक रईस शेख भिवंडी ईस्ट से चुनाव लड़ेंगे।वहीं सपा ने भिवंडी वेस्ट और मालेगांव से भी टिकट तय कर दिया है।

सपा इस बार महाराष्ट्र में कम से कम 12 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है।सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा कि हम जिन सीटों पर जीत सकते हैं, वहां उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है,जिन सीटों पर हम मज़बूत हैं उन सीटों पर हमारी चुनाव लड़ने की तैयारी है,लेकिन हर बार वे ये नहीं बताना भूलते है कि हरियाणा से सबक लेकर हमें मिल कर चुनाव लड़ना चाहिए।

बता दें कि उत्तर प्रदेश में विधानसभा की 9 सीटों पर उपचुनाव हो रहे है।सपा ने कांग्रेस के लिए गाजियाबाद और खैर सीट छोड़ने का फैसला किया है।प्रियंका गांधी वाड्रा हर हाल में फूलपुर विधानसभा सीट कांग्रेस के लिए चाहती हैं।इस सीट से गांधी-नेहरू परिवार का भावनात्मक रिश्ता रहा है।हालांकि अखिलेश यादव इस बार प्रियंका की बात मानने को तैयार नहीं हैं।

बताते चलें कि कांग्रेस के बारे में कहा जाता है जिस राज्य में वो मजबूत है वो सहयोगी पार्टी के लिए कम सीट छोड़ना चाहती है।जहां कांग्रेस कमजोर है वहां सहयोगी दलों से उसे अधिक सीटें चाहिए।यूपी में तो सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कांग्रेस के लिए दो सीटों वाली लक्ष्मण रेखा खींच दी है। महाराष्ट्र में चार सीटों पर प्रत्याशी उतार कर अखिलेश यादव ने कांग्रेस की टेंशन बढ़ा दी है।गठबंधन बचाने के लिए कांग्रेस के फैसले पर सबकी नजर टिकी है।यूपी में नामांकन की आखिरी तारीख 25 अक्टूबर है।मतलब समय कम है और उलझनें अधिक।

More news