बच्चों सहित स्कूल की बस को सीज करने वाले एआरटीओ पर अनुशासनात्मक कार्रवाई,आरआई निलंबित
बच्चों सहित स्कूल की बस को सीज करने वाले एआरटीओ पर अनुशासनात्मक कार्रवाई,आरआई निलंबित

24 Jul 2024 |  69





लखनऊ।उत्तर प्रदेश में सरकारी कार्य में लापरवाही बरतने वाले चित्रकूट जिले के आरआई को निलंबित और एआरटीओ प्रवर्तन पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई है। स्कूल बस का फिटनेस प्रमाण पत्र जारी करने में आरआई ने लापरवाही बरती थी।वहीं स्कूल बस को बच्चों सहित दो घंटे तक एआरटीओ ने पुलिस लाइन में खड़ी करने के बाद सीज कर दिया था,जिससे बच्चों को बहुत दिक्कत हुई थी।इस मामले की जानकारी जब शासन तक पहुंची तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर तुंरत कार्रवाई की गई।

2 घंटे तक पुलिस लाइन में खड़ी थीं बसें

चित्रकूट के श्रीजी इंटर कॉलेज खोह के छोटे-छोटे बच्चों को लेकर आ रही दो बसों को वाहन की फिटनेस समाप्त हो जाने के कारण सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन)की टीम ने सीज कर बच्चों सहित 10 किलोमीटर दूर पुलिस लाइन ले जाया गया था। बसों को 11.15 बजे सीज कर फायर सर्विस परिसर पुलिस लाइन में दाखिल किया गया। इसके बाद 13.05 बजे उन्हें छोड़ा गया,जिससे लगभग दो घंटे तक बसें खड़ी रहीं।बस में 125 बच्चे बैठे थे।

स्कूल जाकर फिटनेस जांचने के थे आदेश

चित्रकूट के संभागीय निरीक्षक (प्राविधिक) गुलाब चंद्र को संबंधित स्कूलों में जाकर स्कूली बसों के फिटनेस चेक करने के निर्देश दिए गए थे,लेकिन उन्होंने आदेश नहीं मानें,जिसके कारण दोनों बसों का फिटनेस प्रमाण-पत्र जारी नहीं हो पाया। इसी बीच 23 जुलाई को जब स्कूल बस से बच्चों को घर छोड़ा जा रहा था तब पुलिस लाइन तिराहे के पास इन बसों को एआरटीओ प्रवर्तन विवेक शुक्ला की टीम ने रोक लिया और सीज कर दिया।

बच्चों को देर हुई तो मचा हंगामा

बसों को बच्चों सहित सीज करने के कारण उनको घर छोड़ने में देरी हो गई।इससे अभिभावकों ने स्कूल से संपर्क किया। स्कूल से संपर्क होने पर पता चला कि फिटनेस न होने के कारण बसों को सीज कर दिया गया है और बच्चे भी उसी में हैं। इसके बाद अभिभावक भी पुलिस लाइन पहुंचने लगे।जब पूरा मामला सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा तब शासन-प्रशासन में हड़कंप मचा।इसके बाद बसों को छोड़ा गया।बताया जा रहा है कि दो घंटे तक पुलिस लाइन में ही बच्चे परेशान होते रहे।

लखनऊ तक पहुंची बात तो हुआ एक्शन

बुधवार को मामला संज्ञान में आने के बाद योगी सरकार ने इस पर सख्त रुख अपनाते हुए दोषी अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की। इसके तहत संभागीय निरीक्षक (प्राविधिक) गुलाब चंद्र को प्रथम दृष्टया उत्तरदायी पाए जाने के कारण उनके विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।वहीं मामले में सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन) विवेक कुमार शुक्ला के विरूद्ध भी अनुशासनात्मक कार्रवाई किए जाने की संस्तुति की गई है। साथ ही, प्रदेश में परिवहन विभाग से जुड़े समस्त कर्मियों को भविष्य में इस तरह की लापरवाही न बरतने के सख्त निर्देश दिए गए हैं।

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