साल के पहले दिन रामनगरी में उमड़ा श्रध्दालुओं का सैलाब,कोहरे और ठंड पर आस्था पड़ी भारी,सुबह से लेकर देर शाम तक मंदिर के बाहर लगी रही श्रध्दालुओं की कतारें
साल के पहले दिन रामनगरी में उमड़ा श्रध्दालुओं का सैलाब,कोहरे और ठंड पर आस्था पड़ी भारी,सुबह से लेकर देर शाम तक मंदिर के बाहर लगी रही श्रध्दालुओं की कतारें

01 Jan 2025 |  23





अयोध्या।राम नगरी अयोध्या में नववर्ष का जश्न श्रद्धा और भक्तिभाव के साथ मनाया गया।राम मंदिर में साल के पहले दिन भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा।श्रद्धालुओं ने न‌ए साल की शुरुआत रामलला का दर्शन कर की।सरयू किनारे से लेकर राम मंदिर तक जय-जय श्रीराम का जयघोष गूंजता रहा।कोहरे और ठंड पर आस्था भारी पड़ी।रामलला की मंगला आरती से शुरू हुआ दर्शन-पूजन का सिलसिला शयन आरती तक जारी रहा।आज लगभग तीन लाख श्रध्दालुओं ने रामलला का दर्शन पूजन किया।सोने का मुकुट और रत्नजड़ित हरे वस्त्र में रामलला की मनमोहक छवि का दर्शन कर श्रध्दालु निहाल होते रहे।श्रद्धालुओं की श्रद्धा,भक्तिभाव और उत्साह का नजारा रामनगरी को आध्यात्मिकता का एक बड़ा केंद्र बना गया।

रामनगरी पहुंचे श्रद्धालुओं में रामलला के दर्शन की जबरदस्त ललक रही।रामजन्मभूमि पथ से लेकर हनुमानगढ़ी तिराहे तक श्रद्धालुओं की लगभग दो किलोमीटर लंबी लाइन लगी रही। लाइन में लगे श्रध्दालुओं को दर्शन की अपनी बारी के लिए एक से डेढ़ घंटे तक इंतजार करना पड़ा।सुबह होते ही राम मंदिर श्रद्धालुओं के जयघोष से गूंजने लगा।सुबह 6:30 बजे राम मंदिर खुला।इससे एक घंटे पहले ही दर्शनपथ श्रद्धालुओं की भीड़ से खचाखच भर गया था।दिन चढ़ता गया श्रद्धालुओं की भीड़ भी बढ़ती गई।सुबह 11 बजे तक दर्शनपथ पर भीड़ का दवाब बढ़ता देखकर भीषण ठंड में प्रशासन के पसीने छूट गए।

एसपी सुरक्षा बलरामाचारी दुबे ने आनन-फानन में अंगद टीला से श्रीराम अस्पताल तक के वैकल्पिक मार्ग को खोलवाया और श्रद्धालुओं की निकासी इसी मार्ग से शुरू कराई तब जाकर श्रीरामजन्मभूमि पथ पर भीड़ नियंत्रित की जा सकी। जहां-जहां रेलिंग नहीं लगी थी वहां बैरियर लगाकर भीड़ को रोका गया। श्रद्धालुओं को टुकड़ियों में दर्शन कराया जाता रहा।ज्यादा से ज्यादा श्रद्धालु रामलला का दर्शन कर सकें इसलिए पहले ही कतार की संख्या बढ़ाकर 11 से 15 कर दी गई थी।वीआईपी पास एक दिन पहले ही फुल हो गए थे।दोपहर में रामलला को भोग अर्पित करने के लिए केवल 15 मिनट के लिए मंदिर के पट बंद किए गए थे।

पुलिस उपाधीक्षक (अयोध्या) आशुतोष तिवारी ने बताया कि शहर को सात सुरक्षा सेक्टरों और 24 जोन में विभाजित किया गया था,जिसमें प्रत्येक क्षेत्र में वरिष्ठ अधिकारी तैनात किए गए थे।उन्होंने बताया कि भीड़भाड़ वाले स्थानों पर नजर रखने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया गया और भीड़भाड़ से बचने व लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यातायात की आवाजाही को सख्ती से नियंत्रित किया गया।

More news