लखनऊ।बहराइच से पकड़े गए शूटर शिवकुमार गौतम उर्फ शिवा ने ही ऑस्ट्रेलियाई ग्लॉक पिस्तौल से मुंबई में एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी पर 6 गोली चलाई थी। 6 में 3 गोली बाबा सिद्दीकी को लगी थी और तीन गोली मिस हो गई थीं।बाबा सिद्दीकी की हत्या से पहले और हत्या के बाद शूटरों को अलग-अलग सिम और अलग-अलग नए मोबाइल दिए गए थे।ये खुलासा शिवकुमार गोतम ने पुलिस पूछताछ में किया है।
बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद तीनों शूटर जम्मू-कश्मीर जाकर वैष्णो देवी में मिलने वाले थे।तीनों के अलग-अलग हैंडलर थे।धर्मराज कश्यप और शिवा का हैंडलर शुभम लोनकर था और तीसरे शूटर गुरमेल सिंह का हैंडलर यासीन अख्तर था।शुभम लोनकर लॉरेंस बिश्नोई के लिए शूटर अरेंज करता है और शूटरों को लॉरेंस और अनमोल के कहने पर हथियार और लॉजिस्टिक अरेंज करता था।
बाबा सिद्दीकी की हत्या की साजिश रचने और उसे अंजाम देने में शिवकुमार गौतम की अहम भूमिका बताई जा रही है।इंस्टाग्राम पर रील बनाने का शौक रखने वाला शिवकुमार बाबा सिद्दीकी की हत्या करने के बाद हिंदुस्तान से नेपाल जाने की फिराक में था,लेकिन पुलिस ने शिवकुमार गिरफ्तार कर लिया है।शिवकुमार को शरण देने और मदद करने वाले यूपी के रहने वाले अनुराग कश्यप,ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी,आकाश श्रीवास्तव और अखिलेषेंद्र प्रताप सिंह को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
बाबा सिद्दीकी हत्याकांड के तुरंत बाद पुलिस ने दो शूटर धर्मराज कश्यप और गुरम सिंह को गिरफ्तार कर लिया था, जबकि शिवकुमार फरार होने में कामयाब रहा था।इसके बाद इंस्टाग्राम पर माफिया स्टाइल में रील बनाकर शिवकुमार ने अपना टशन भी दिखाया था।
पुलिस पूछताछ में बाबा सिद्दीकी हत्याकांड का मुख्य आरोपी शिवकुमार ने कई बड़े खुलासे किए हैं। शिवकुमार ने बताया कि वो और धर्मराज कश्यप एक ही गांव के रहने वाले हैं।वो पुणे में स्क्रैप का काम करता था।शुभम लोनकर और उसकी दुकान आसपास थी।शुभम गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के लिए काम करता है।उसने स्नैप चैट के जरिए उसके भाई अनमोल बिश्नोई से बात कराई थी।उसने बाबा सिद्दीकी की हत्या के एवज में 10 लाख के साथ हर महीने पैसे देने का वादा किया था।
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