बारिश के बाद मुसीबत का सैलाब,लखीमपुर खीरी में फिर बाढ़,पलिया बना टापू,सड़कों पर बह रहा पानी,नावों से हो रहा आवागमन
बारिश के बाद मुसीबत का सैलाब,लखीमपुर खीरी में फिर बाढ़,पलिया बना टापू,सड़कों पर बह रहा पानी,नावों से हो रहा आवागमन

14 Sep 2024 |  13





लखीमपुर खीरी। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में दो दिनों से लगातार बारिश होने और बनबसा बैराज से पांच लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से शारदा नदी में फिर बाढ़ आ गई है। घाघरा और मोहाना नदियों का जलस्तर भी बढ़ गया है। प्रशासन ने बाढ़ के मद्देनजर जिलेभर में अलर्ट जारी कर निचले स्थानों पर रहने वाले लोगों से ऊंचे स्थानों पर जाने के लिए कहा है। शुक्रवार को ही पलिया-भीरा मार्ग पर बाढ़ का पानी बहने लगा। प्रशासन ने इस मार्ग पर पूरी तरह से आवागमन पर रोक लगा दिया है,जिसके शारदा पुल और अतरिया क्रॉसिंग पर वाहनों की लाइनें लगी रहीं। हालांकि अतरिया क्रॉसिंग से नाव के जरिये लोगों का आवागमन शारदा पुल तक हो रहा है। बारिश के बाद बाढ़ आने से लोगों की मुसीबत बढ़ गई हैं।

शनिवार को शारदा नदी की बाढ़ का पानी पलिया के प्रवेश द्वार पर आ गया। पलिया भीरा मार्ग पर चीनी मिल के सामने सड़क पर लगभग डेढ़ फीट पानी भर गया है। साथ ही मोहल्ला ढाकिन,मिल कॉलोनी में भी बाढ़ का पानी घुसने लगा है। गोविंदनगर और भानपुरी खजुरिया में पानी घुस गया है। मझगई क्षेत्र के गांवों में भी पानी घुसने की बाद कही जा रही है। खजुरिया संम्पूर्णानगर मुख्य मार्ग के किनारे स्थित कमलापुरी गांव भी बाढ़ से घिर गया।

प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित इलाकों में लेखपालों की टीम को लगाया है। बीती रात एसडीएम ने एनडीआरएफ टीम के साथ गोविंदनगर और भानपुरी खजुरिया गांव पहुंचकर ग्रामीणों को बाढ़ के लिए सतर्क किया।साथ ही किसी प्रकार की परेशानी होने पर प्रशासन को जानकारी देने की बात कही।

महेवागंज में शुक्रवार को एसडीएम सदर और तहसीलदार सुशील प्रताप सिंह ने बाढ़ क्षेत्र का निरीक्षण किया। उन्होंने मिलपुरवा और खमरिया बाढ़ राहत चौकियों का भी मुआयना किया। उन्होंने ग्रामीणों से ऊंचे स्थानों पर जाने को कहा।

धौरहरा में एसडीएम राजेश कुमार ने निचले क्षेत्रों और नदियों की तलहटी वाले गांवों में बचाव राहत टीमें लगाने की बात कही। एसडीएम ने बताया कि शारदा और घाघरा नदी के किनारे बसे डुंडकी, रुद्रपुर, गोतेबाजपुरवा, कैरातीपुरवा, बंशीबेली, बनटुकरा, मांझासुमाली, समदहा, गौढ़ी मिलिक, सधुवापुर बेतीसहदेव रामलोक, गनापुर, दुर्गापुर पड़री, डाबर, जंगलमटेरा सहित करीब 20 गांवों में बाढ़ की आशंका है।

More news