विदेश में बढ़ रहा है सनातन धर्म का प्रभाव,महाकुंभ में 150 से अधिक विदेशियों ने ली दीक्षा
विदेश में बढ़ रहा है सनातन धर्म का प्रभाव,महाकुंभ में 150 से अधिक विदेशियों ने ली दीक्षा

01 Feb 2025 |  28





प्रयागराज।गंगा की धरा पर दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन महाकुंभ शुरू है।महाकुंभ का यह अद्भुत संगम आध्यात्मिकता,रहस्यवाद और अद्वितीय संत परंपराओं का जीवंत प्रमाण है,जहां आस्था और चमत्कारों का अद्भुत मेल देखने को मिल रहा है।सनातन धर्म की शक्ति और जीवनशैली से प्रभावित होकर दुनिया भर के लोग भारतीय संस्कृति की तरफ आकर्षित हो रहे हैं। 150 से अधिक विदेशी नागरिकों सनातन धर्म की दीक्षा ली है।शक्तिधाम आश्रम में मकर संक्रांति के दिन 62 विदेशी नागरिकों ने दीक्षा ग्रहण की।यह संख्या लगातार बढ़ रही है।

सनातन धर्म की ओर झुकाव आध्यात्मिक साधकों तक सीमित नहीं है,बल्कि विज्ञान,कला और संगीत से जुड़े लोग भी इसे अपनाने में खासी रुचि दिखा रहे हैं।दीक्षा लेने वालों में इंजीनियर,शोधार्थी,संगीतकार और कलाकार शामिल हैं।भारत के प्राचीन ज्ञान और संस्कृति से प्रभावित होकर सनातन परंपराओं को अपना रहे हैं।भारत की प्राचीन परंपराएं और आध्यात्मिकता वैश्विक स्तर पर लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रही हैं।

बसंत पंचमी के दिन महाकुंभ में अमृत स्नान के लिए एक फरवरी को 60 विदेशी नागरिक शक्तिधाम आश्रम पहुंचेंगे। इसमें इजरायल से 20, 14 अमेरिका,फ्रांस और स्विटजरलैंड के 14 नागरिक शामिल हैं।इसमें कई सनातन धर्म की दीक्षा लेंगे और आध्यात्मिक जीवन को अपनाने का संकल्प लेंगे।

महाकुंभ में बसंत पंचमी के दिन तीसरे अमृत स्नान की तैयारी जोरों पर हैं।सेक्टर 17 में शक्तिधाम आश्रम ने बसंत पंचमी के दिन भव्य अमृत स्नान के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं।जगद्गुरु साईं मां लक्ष्मी देवी रजत सिंहासन पर विराजमान होकर भक्तों को आशीर्वाद देंगी।

शाक्तिधाम आश्रम के महामंडलेश्वर अनंत दास ने बताया कि इस बार शक्तिधाम आश्रम अपनी पूरी भव्यता और दिव्यता के साथ अमृत स्नान करेगा।बसंत पंचमी के स्नान के दौरान जगद्गुरु साईं मां लक्ष्मी देवी का रथ और रजत सिंहासन विशेष रूप से फूलों की लड़ियों से सजाया जाएगा।इस अवसर पर शंख,घंटों और गाजे-बाजे के बीच महामंडलेश्वर और भक्तगण श्रद्धालुओं का उत्साह बढ़ाएंगे।

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