उत्तरांचल विवि में नैनो सामग्री व हरित प्रौद्योगिकी पर हुआ दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन
उत्तरांचल विवि में नैनो सामग्री व हरित प्रौद्योगिकी पर हुआ दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन

27 Oct 2024 |  108




देहरादून।उत्तराखंड की राजधानी देहरादून शनिवार को एक अंतरराष्ट्रीय आयोजन की साक्षी बनी।अवसर था देहरादून के सुप्रतिष्ठित विश्वविद्यालय उत्तरांचल में होने वाला दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन,जिसमें नैनो सामग्री और हरित प्रौद्योगिकी स्थायित्व के लिए देश विदेश के अनेक विद्वान और शिक्षाविद शामिल थे। 25 और 26 अक्टूबर को होने वाले इस सम्मेलन का शुभारंभ गढ़वाल विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रोफ़ेसर एमएसएम रावत द्वारा दीप-प्रज्ज्वलित कर किया गया।

प्रोफेसर अजय सिंह (संयोजक) ने अपने स्वागत भाषण में हमारे वर्तमान परिदृश्य में नैनोमटेरियल और ग्रीन टेक्नोलॉजी के उद्देश्यों का उल्लेख किया।अजय सिंह ने बताया कि सम्मेलन के लिए 400 से अधिक शोधपत्र प्राप्त हुए,जिनमें से 310 प्रकाशन के लिए चयनित हुए। प्रो. धर्म बुद्धि ने अपने संबोधन में छात्रों और युवा शोधकर्ताओं को समाज और पर्यावरण से संबंधित मुद्दों पर सार्थक और परिणामोन्मुखी शोध करने के लिए प्रोत्साहित किया।

बता दें कि इस सम्मेलन में भारत और विदेश के विभिन्न प्रतिष्ठित संस्थानों से 450 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया।इस अवसर पर जारी स्मारिका में अनुप्रयुक्त विज्ञान में नैनो मटेरियल विधियों से संबंधित 310 से अधिक शोधपत्र शामिल थे।ऑनलाइन व्याख्यान देने वालों में डॉ. एनरिको कैटिज़ोन (प्रोफेसर, पर्यावरण इंजीनियरिंग विभाग, कैलिब्रा विश्वविद्यालय, इटली), डॉ. सीआर भादुड़ी (सीईओ आरडी-रेशियो डायग्नोस्टिक्स जीएमबीएच, जर्मनी) शामिल थे।

डॉक्टर एसडी पांडे (प्रो वाइस चांसलर- मध्यांचल प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी, भोपाल), प्रोफेसर वाईएस नेगी (पूर्व डीन/निदेशक- आईपीटी, आईआईटीआर सहारनपुर परिसर), रवि शर्मा (जीएम- एल्डर बायोकेम, सेलाकुई, देहरादून), डॉक्टर हरीश चंद्रा (माइक्रोबायोलॉजी विभाग, गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय, हरिद्वार), प्रोफेसर एन गोपालन (डीन- लाइफ साइंसेज सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ तमिलनाडु), डॉक्टर आरके जैन (तकनीकी विशेषज्ञ- यूएनआईडीओ, नई दिल्ली), डॉक्टर एके दीक्षित (वरिष्ठ वैज्ञानिक- सीपीपीआरआई, सहारनपुर, यूपी), डॉक्टर विनीत कुमार (मुख्य वैज्ञानिक और प्रोफेसर- एफआरआई, देहरादून) और अमित कोटियाल (जीएम- शेरॉन बायोमेडिसिन, देहरादून) ने भी विशेषज्ञ वार्ता की।

सर्वश्रेष्ठ पोस्टर प्रस्तुति के लिए दिव्येश सुवेदी (शूलिनी विश्वविद्यालय), रुचि मिश्रा (उत्तरांचल विश्वविद्यालय) को पुरस्कार मिला। डॉक्टर विनय कुमार पांडे (मानव रचना विश्वविद्यालय) को युवा शोधकर्ता का पुरस्कार दिया गया। खुशी टिहरी और शैली कुलवंशी ने सर्वश्रेष्ठ थीसिस प्रस्तुति के लिए पुरस्कार जीता।

प्रोफेसर वाइस चांसलर राजेश बहुगुणा ने स्थिरता पर इस अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के आयोजन के लिए एप्लाइड एंड लाइफ साइंसेज के प्रयासों की सराहना की।समापन सत्र की अध्यक्षता डॉक्टर अभिषेक जोशी (कार्यकारी निदेशक) ने की।इस अवसर पर धन्यवाद ज्ञापन डॉक्टर निशेष शर्मा ने किया। डॉक्टर वीके श्रीवास्तव, डॉक्टर शिवम पांडे,डॉक्टर साधना अवस्थी,योगेश कुमार अवस्थी और अन्य संकाय सदस्य भी उपस्थित थे।

More news