नई दिल्ली।अपराधी चाहे जितना शातिर हो,लेकिन कहीं न कहीं गलती कर देता है।नागलोई की सोनिया की हत्या में भी हत्यारे सलीम ने पुलिस के लिए कुछ ऐसे ही सुराग छोड़ दिए थे।सोनिया के घरवालों को इस बात का पता ही नहीं चलता अगर सोनिया के देवर ने सलीम को उसी समय फोन न किया होता जब वह सोनिया के शव को दफना रहा था।सोनिया के देवर ने उसके बारे में पूछने के लिए जैसे ही सलीम को फोन किया तो उस दौरान वह अपने साथियों को कह रहा था कि गड्ढा और गहरा खोदो।यह सुनते ही सोनिया के देवर को उसपर शक हुआ और उसने तुरंत इसकी जानकारी पहले सोनिया के घरवालों को दी और बाद में पुलिस को भी इसके बारे में बताया गया।
करवा चौथ के दिन घुमाने के बहाने ले जाकर की हत्या
सोनिया 20 अक्टूबर से ही लापता थी।परिजन लगातार सोनिया को फोन कर रहे थे,लेकिन उसका फोन बंद आ रहा था।जब मामला पुलिस तक पहुंचा और सोनिया की तलाश शुरू की गई तो पता चला कि उसे आखिरी बार सलीम के साथ ही देखा गया था।जांच में पता चला कि सलीम उसे करवा चौथ के मौके पर घुमाने के लिए उसके घर से लेकर गया था। इसके बाद सलीम सोनिया को लेकर हरियाणा चला गया था जहां सोनिया की सलीम ने अपने दो दोस्तों के साथ मिलकर हत्या की और बाद में एक गांव में सुनसान जगह पर उसके शव को दफना दिया।
फिल्मी स्टाइल में की गई थी हत्या
सलीम और सोनिया की प्रेम कहानी जितनी फिल्मी थी उतना ही इस कहानी का अंत भी फिल्मी ही रहा है।सलीम सोनिया को करवा चौथ पर पहले घुमाने के बहाने बाहर ले जाता है।इसके लिए सलीम एक कार को किराये पर लेता है।फिर अपने कुछ दोस्तों को बुलाता है और सब लोग मिलकर हरियाणा के रोहतक में पार्टी करते हैं।सब साथ शराब पीते हैं और इसके बाद सलीम अपने दो दोस्तों के साथ मिलकर सोनिया की हत्या कर देता है। हत्या करने के बाद सोनिया के शव को एक सुनसान खेत में चार फीट गड्ढा खोदकर उसमें दफना दिया जाता है। इसके बाद सलीम और उसके दोस्त दिल्ली वापस आ जाते हैं और ऐसा दिखाने की कोशिश करते हैं कि जैसे कुछ हुआ ही नहीं है।
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