नई दिल्ली।दिल्ली भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने गुरुवार को एक प्रेसवार्ता में आम आदमी पार्टी की सरकार पर एक शर्मनाक फर्जीवाड़े का आरोप लगाया और दिल्ली के असहाय लोगों का हक छिनने का खुलासा किया है।
प्रेसवार्ता में वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि दिल्ली सरकार का एक विभाग है दिल्ली अर्बन शेल्टर इम्प्रुवमेंट बोर्ड,जिसका काम है गरीब असहाय लोगों की मदद करना और उनके लिए रैनबसेरे शेल्टर होम देना। यह एक पवित्र मानवता सेवा कार्य है पर दिल्ली सरकार ने अधिकारी और उनके विधायकों की मिली भगत से इसमें एक बड़ा घोटाला चल रहा है।
वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा कि विभाग के नियमानुसार हर एक शेल्टर होम में रहने वालों की देखरेख के लिए क्षमतानुसार 5 से 6 लोगों के केयरटेकर स्टाफ का वेतन ठेकेदार,एनजीओ को दिया जाता है।जब भाजपा की एक टीम ने जब इसकी जांच की तो इसमे बड़ा घोटाला पकड़ा है।एक शेल्टर में 5-6 कर्मियों को देखरेख के पैसे दिए जा रहे हैं जबकि वहां 2 कर्मी होते हैं। सचदेवा ने आरोप लगाया है कि भाजपा टीम की जांच में हर शेल्टर होम में 3-4 घोस्ट कर्मी मिले हैं।
वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा कि बिना दलाली,बिना घूसखोरी,बिना कमिशन के अरविंद केजरीवाल की सरकार में कोई काम नही होता है। सचदेवा ने कहा कि टीम ने जब जांच की तो पाया की दिल्ली में 8 प्रमुख एनजीओ के पास शेल्टर होम के रखरखाव का ठेका है और अधिकांश शेल्टर होम में केवल 2-3 कर्मी ही काम करते हैं पर तनख्वाह 5-6 की उठती है।जांच को आगे बढ़ाने पर टीम ने पाया की अलग-अलग शेल्टर होम मे एक ही नाम का स्टाफ रिकार्ड में पंजीकृत है, उनके आधार एवं बैंक खाते तक एक ही हैं।
वीरेन्द्र सचदेवा ने आरोप लगाया कि चाहे दिल्ली गेट पर चल रहा शेल्टर हो, या लाहोरी गेट पर,तुर्कमान गेट पर या फिर मंगोलपुरी स्थित शेल्टर हो, एक आधार कार्ड पर 3-5 तनख्वाह दी जा रही है। यह पूरा मामला लगभग 250 करोड़ रुपये का घोटाला है और इसकी जांच की मांग हमने एसीबी से की है और लोकायुक्त में भी हमने इस मामले को दर्ज कराया है। हमने दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, सम्बंधित मंत्रियों,विधायक,संबंधित विभाग के अधिकारी से लेकर इसमें संलिप्त जितने भी लोग हैं, उनकी भूमिका की जांच की मांग की है।
वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा कि जिन एनजीओ को यह जिम्मेदारी दी गई है, उन्हें दिल्ली सरकार चुनती है। दिल्ली सरकार के हर विभाग में इस वक्त लूट चल रही है। अभी कल फर्जी जाति सर्टिफिकेट का मामला हमने उजागर किया था और आज इस तरह के घोटाले सामने आए हैं। सचदेवा ने कहा कि एक कर्मचारी विजय कुमार ज्योति समाज सेवा संस्थान में कार्यरत है,लेकिन एक ही समय में पांच जगहों पर वह डिटेल दी गई है। जबकि आधार कार्ड भी एक ही है। एक ही एकाउंट में पांच तनख्वाह जा रही है और वह तनख्वाह फिर रिटर्न होकर आम आदमी पार्टी के नेताओं को कमीशन के रुप में वापस मिल रही है।
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