नई दिल्ली।एक पिता घर की जिम्मेदारियों को निभाने के लिए हर प्रयास करता है।परिस्थितियां कितनी भी खराब हों वह भारी से भारी बोझ उठाने के लिए तैयार रहता है।इसका ताजा उदाहरण हाल बीते दिनों देखने को मिला।सोशल मीडिया पर एक फोटो वायरल हो रही है।वायरल फोटो एक 45-50 साल का व्यक्ति कड़कड़ाती ठंड में भारी बारिश में साइकिल से जा रहा है।बारिश से बचने के लिए व्यक्ति एक प्लास्टिक की पन्नी ओढ़ी हुई है।यह फोटो उन बच्चों को जरूर देखनी चाहिए,जिनको शिकायत रहती है कि उनके माता-पिता उनके लिए कुछ नहीं करते हैं।
दिल्ली एनसीआर में पिछले दिनों बारिश हुई थी।बारिश के बाद ठंड काफी बढ़ गई है।ये फोटो उसी समय की है।फोटो गुरुग्राम में लिया गया था जब भारी बारिश में एक पिता अपने परिवार की जरूरतों को पूरा करने के लिए ऑफिस जाने के लिए निकला था।यह एक सिक्योरिटी गार्ड है।कड़कड़ाती ठंड और ऊपर से बारिश।छुट्टी लेने का मन तो किया होगा,लेकिन बच्चों की स्कूल की फीस और घर की जिम्मेदारी ऐसे पिताओं को घर बैठने नहीं देती है।
एक यूजर ने लिखा कि एक ग़रीब व्यक्ति अपने परिवार की देखरेख के लिए अपने शरीर की चिंता किए बग़ैर बारिश में भीगते हुए साइकिल से अपने काम की ओर निकल पड़ा, क्योंकि उसे पता है अगर वह समय पर ड्यूटी पर नहीं गया तो उसके बच्चे को भूखे पेट सोना पड़ेगा।दूसरे यूजर ने लिखा कि एक पिता अपने बच्चों के लिए हर परिस्थिति से गुजर जाता है।आज ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ टेस्ट मैच में नीतीश रेड्डी ने भारत के लिए शतक मारा।यह नीतीश रेड्डी का पहला शतक था।अपने बेटे के त्याग और संघर्ष को सफलता के परवान चढ़ते देखना हर पिता की ख्वाहिश होती है। तीसरे यूजर ने लिखा कि सिक्योरिटी गार्ड के ऊपर जिम्मेदारियां का पहाड़ और सैलरी के नाम पर ₹12000... 12 घंटे भारत में सबसे सस्ती नौकरी सिक्योरिटी गार्ड।चौथे यूजर ने शायराना अंदाज में लिखा कि नौकरी क्या चीज है ये पूछिये उस बच्चे से जो काम करता है,रोटी के लिए,खिलौने की दुकान पर। पांचवें यूजर ने लिखा कि गरीबी,मजबूरी,ड्यूटी के प्रति वफादार, ईमानदार।
कड़कड़ाती ठंड और शीतलहर में भी इस व्यक्ति ने एक शर्ट पहन रखी है।कंपकपाते हुआ ये व्यक्ति साइकिल से घर से निकला।गर्म कपड़े गीले न हों इसलिए उन्हें एक थैली में डालकर साइकिल के कैरियर में लगाया।इन गर्म कपड़ों को ये व्यक्ति ऑफिस जाकर पहनेगा।अगर ये गर्म कपड़े गीले हो जाते तो पूरे दिन ठिठुरना पड़ता।ऐसा होता है एक पिता का जीवन,जिसे हर दिन एक अलग चुनौती का सामना करना पड़ता है।इस चुनौती को पार कर आगे निकलना होता है, ताकि परिवार का पेट भर सके।
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