अयोध्या।उत्तर प्रदेश के अयोध्या में दुष्कर्म मामले में योगी सरकार पूरी तरह से सख्त दिख रही है।योगी सरकार के निर्देश के बाद मुख्य आरोपी समाजवादी पार्टी के नेता मोईद खान के खिलाफ कार्रवाई शुरू हो गई है।शनिवार को मोईद खान की बेकरी पर बाबा का बुलडोजर चला।इससे पहले शुक्रवार को मोईद खान की जमीनों की जिला प्रशासन ने पैमाइश की थी।
मोईद खान पर 12 वर्षीय बच्ची को नौकरी का झांसा देकर उसके साथ दो महीने तक दुष्कर्म करने और किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी देने का आरोप है।शिकायत के मुताबिक मोईद खान ने बच्ची को पापड़,बिस्किट वगैरह का लालच देकर अपनी बेकरी में बुलाया और उसे कोई नशीली दवा खिलाकर कथित रूप से उसके साथ दुष्कर्म किया।मोईद खान के नौकर राजू ने बच्ची का अश्लील वीडियो बनाया और उस वीडियो को लीक कर देने की धमकी देकर बच्ची को ब्लैकमेल किया।बच्ची के पेट में दर्द होने पर मामले का खुलासा हुआ।मेडिकल में पता चला कि वह तो प्रेग्नेंट है।इस मामले में समाजवादी पार्टी का कनेक्शन सामने आने के बाद विपक्ष सपा मुखिया अखिलेश यादव पर हमलावर है।वहीं मुख्यमंत्री योगी ने पूरी तरह से एक्शन के मूड में नजर आ रहे हैं।सीएम नाबालिग से दुष्कर्म मामले पर पूरी तरह से सख्त हैं।लापरवाही के मामले में थाना प्रभारी और चौकी प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है।सीएम ने दुष्कर्म पीड़िता के परिवार को जल्द न्याय का भरोसा दिया है।
जानें कौन है मोईद खान
सामूहिक दुष्कर्म का मुख्य आरोपी मोईद खान समाजवादी पार्टी का नेता और फैजाबाद सांसद अवधेश प्रसाद का करीबी है।मोईद खान सपा से भदरसा नगर का अध्यक्ष है।सामूहिक दुष्कर्म मामले में सपा मुखिया अखिलेश यादव और सपा सांसद अवधेश प्रसाद की चुप्पी पर भी सवाल उठ रहे हैं। मोईद खान और उसके नौकर राजू को 30 जुलाई को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया था।
बैकफुट पर सपा
अयोध्या में 12 वर्षीय दलित बच्ची से दुष्कर्म मामले में समाजवादी पार्टी बैकफुट पर आ गई है।इस मामले पर सपा मुखिया अखिलेश यादव की चुप्पी को लेकर सवाल उठ रहे हैं।मोईद पर 29 जुलाई को मुकदमा दर्ज हुआ था और 30 को उसकी गिरफ्तारी हुई,लेकिन सपा ने अब तक उसे पद से नहीं हटाया है।इसके पीछे की वजह वोटबैंक खिसकने का डर हो सकता है।अखिलेश यादव की चुप्पी पर अब सवाल उठने लगे हैं।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस मामले में अखिलेश यादव पर हमलावर हैं।सीएम ने विधानसभा में कहा कि मोईद सपा का एक्टिव मेंबर और अयोध्या सांसद की टीम का सदस्य है, सपा सांसद के साथ उठता-बैठता,खाता-चलता है,सपा ने अभी तक उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं की है।वहीं निषाद पार्टी के संजय निषाद ने सपा की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए कहा कि सपा के नेता इसमें शामिल हैं,वे भला इस पर टिप्पणी क्यों करेंगे।वहीं पूर्व कांग्रेस नेता प्रमोद कृष्णम ने भी इस घटना पर चुप्पी के लिए कांग्रेस और सपा पर निशाना साधा। वहीं सांसद अवधेश प्रसाद से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि उनको इस बारे में कुछ भी नहीं पता है।
मिल्कीपुर उपचुनाव में भाजपा बना रही मुद्दा
नाबालिग के साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आते ही विपक्ष को सपा के खिलाफ बड़ा मुद्दा मिल गया है।भाजपा इस मुद्दे को जिले की मिल्कीपुर विधानसभा में होने वाले उपचुनाव में भुनाने के लिए पूरी कोशिश कर रही है।ये उपचुनाव भाजपा और सपा दोनों के लिए बहुत ही अहम है।फैजाबाद में मिली हार के बाद भाजपा इस सीट को जीतने के लिए बेताब है।वहीं सपा भी इस सीट को अपने पाले में करना चाहती है।इस बीच नाबालिग के साथ सामूहिक दुष्कर्म में सपा नेता की संलिप्तता,अखिलेश यादव और फैजाबाद सपा सांसद अवधेश प्रसाद की चुप्पी सपा के खिलाफ भाजपा के लिए बड़ा हथियार बन सकती है।
दुष्कर्म पीड़िता के परिवार पर केस वापस लेने का दबाव
सपा पर इस मामले में गुंदागर्दी का आरोप लगा है।जानकारी के मुताबिक अयोध्या के सपा नेता और नगर पंचायत भदरसा के चेयरमैन मोहम्मद राशिद,सपा नेता जय सिंह राणा और एक अन्य पर पीड़िता की मां को आरोपी के साथ सुलह करने की धमकी दी है,जिसके बाद सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।पीड़ित परिवार का आरोप है कि इन सभी ने रात 11 बजे जिला महिला अस्पताल पहुंचकर उन पर केस वापस लेने के लिए दबाव बनाते हुए धमकाया।आरोपी के साथ सुलह न करने पर परिवार को जान से मारने की धमकी देने का भी आरोप सपा नेताओं पर लगा है।
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