
ब्यूरो धीरज कुमार द्विवेदी
लखनऊ।उत्तर प्रदेश भाजपा संगठन और योगी मंत्रिमंडल के लिए अप्रैल महीना काफी महत्वपूर्ण है।अप्रैल में भाजपा को नया प्रदेश अध्यक्ष मिलने की पूरी संभावना है।वहीं योगी सरकार में कई मंत्रियों के विभाग बदले जा सकते हैं और कई नए चेहरे मंत्रिमंडल में शामिल हो सकते हैं,कुछ मंत्रियों को मंत्रिमंडल से बाहर करने की भी चर्चाएं हैं।
भाजपा का सहयोगी दल आरएलडी का दावा एक और मंत्री पद पर है। बरहाल आरएलडी से अनिल कुमार पहले से ही कैबिनेट मंत्री हैं।आरएलडी से राजपाल बालियान,असरफ अली या अन्य विधायकों को मंत्री बनाने की कोशिशें चल रही हैं।इसके पीछे का कारण वक्फ बिल पर जयंत चौधरी का समर्थन बताया जा रहा है।कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जयंत चौधरी अपनी पार्टी के किसी मुस्लिम विधायक को योगी कैबिनेट में भेजना चाहते हैं,लेकिन इस पर अभी कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
कुर्सी बचाने में जुटे मंत्री
योगी मंत्रिमंडल विस्तार की ख़बरों से सरकार के मंत्री अपनी कुर्सी बचाने के लिए दिल्ली से लेकर लखनऊ तक दौड़ लगा रहे हैं और बड़े नेताओं से मिल रहे हैं,मंदिरों में माथा टेक रहे हैं।चर्चा है कि कई मंत्री पूजा और अनुष्ठान भी करा रहे हैं। यूपी अध्यक्ष के दावेदार भी कई तरकीबें अपना रहे हैं।पूर्वांचल के एक ब्राह्मण नेता,जो अपना चुनाव हार गए थे वो यूपी अध्यक्ष की कुर्सी पाने के लिए जोर लगा रहे हैं।यूपी के सियासी गलियारों में इस बात पर सहमति है कि जिन नामों की चर्चा हो रही है, उनमें से कोई भी प्रदेश अध्यक्ष बनता नजर नहीं आ रहा है। हां होली में दावेदारों के दरवाजे पर कार्यकर्ताओं की भीड़ जरूर रही।
2027 चुनाव को देखते हुए योगी मंत्रिमंडल विस्तार
मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने केंद्रीय नेतृत्व के सामने लोकसभा चुनाव में यूपी में हुई हार की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफे की पेशकश की। 2027 के विधानसभा चुनाव से पहले योगी मंत्रिमंडल का विस्तार और फेरबदल आगामी सियासी समीकरण को देखते हुए होगा।भाजपा इस मंत्रिमंडल से 2027 के चुनावी व्यूह को तैयार करेगी। अप्रैल में 4 से 5 कैबिनेट मंत्री और आधा दर्जन राज्य मंत्रियों के विभाग बदले जा सकते हैं।इसी तरह आधा दर्जन मंत्री सरकार से संगठन में भेजे जा सकते हैं। 6 से 7 नए चेहरों की योगी मंत्रिमंडल में एंट्री हो सकती है।
भाजपा संगठन के ये चेहरे बन सकते हैं मंत्री
भाजपा संगठन के चेहरे भी मंत्री बनने की रेस में हैं।भाजपा संगठन में लंबे समय से काम कर रहे एक प्रदेश महामंत्री और एमएलसी भी मंत्री बनाए जा सकते हैं। पूर्व परिवहन मंत्री अशोक कटारिया और एमएलसी अश्विनी त्यागी भी मंत्री बन सकते हैं।अश्विनी त्यागी पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।सीएम योगी और भाजपा संगठन बेहतर परफॉर्मेंस वाले चेहरों को ही मंत्रिमंडल में रखने की तैयारी में हैं।सीएम योगी और भाजपा नेतृत्व जल्द ही मंत्रिमंडल के नामों पर चर्चा कर सकते हैं।अंतिम ठप्पा केंद्रीय नेतृत्व लगाएगा।
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