वाराणसी।विश्व के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन महाकुंभ को लेकर प्रयागराज में बड़ी तेजी से तैयारियां चल रही हैं।जनवरी में मकर संक्रांति पर्व से शुरू होने जा रहे महाकुंभ में पूरी दुनिया से आस्थावान हिन्दू पुण्य की डुबकी लगाने पहुंचेंगे।
महाकुंभ को लेकर आध्यात्मिक नगरी काशी में भी तैयारियां शुरू हो गई हैं।
काशी से महाकुंभ जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए अब सफर करना बेहद आसान होगा।रेल,जल और सड़क मार्ग से महाकुंभ से काशी जुड़ जाएगी।कैंट रोडवेज बस स्टेशन से महाकुंभ के श्रद्धालुओं के लिए 320 बसें चलाई जाएंगी।ये बसें हर पांच मिनट के अंतराल पर उपलब्ध होंगी।
बता दें कि बनारस स्टेशन,सिटी और कैंट से श्रध्दालुओं की सुविधाओं के लिए मेला स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी।वहीं इसके साथ नमो घाट और रविदास घाट से संगम तक गंगा में क्रूज और हाइड्रोजन जलयान चलाए जाने की भी तैयारियां शुरु कर दी गयी है।ये तैयारियां दिसंबर माह तक पूरी कर ली जाएंगी। वहीं रेलवे स्टेशनों और रोडवेज बस स्टेशन पर लगे एलईडी स्क्रीन के माध्यम से महाकुंभ का प्रसारण भी किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक परशुराम पांडेय ने बताया कि कैंट डिपो की 52, काशी डिपो की 55, ग्रामीण डिपो की 33, चंदौली की 25, सोनभद्र की 32, विंध्यनगर डिपो की 28, गाजीपुर की 50 और जौनपुर डिपो की 55 बसों को इसमे शामिल किया गया हैं।हर पांच मिनट के अंतराल पर श्रद्धालुओं को बसें मिलेंगी। ताकि किसी भी प्रकार की असुविधा न हो सके।अधिक दबाव बढ़ने पर बसों की संख्या और बढ़ाई भी जाएंगी।
बता दें कि यह बसें दिसंबर के अंतिम सप्ताह तक रूट पर उतरना शुरू हो जाएंगी। इसके साथ ही 25 इलेक्टि्रक बसें भी चलाई जाएंगी। हालांकि उस पर अभी मंजूरी मिलना बाकी है।
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