ब्यूरो धीरज कुमार द्विवेदी
लखनऊ।उत्तर प्रदेश की नौ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए बुधवार 20 नवंबर को मतदान होगा। मतदान से पहले सियासी पारा चढ़ा हुआ है। मतदान से ठीक पहले पूर्व मुख्यमंत्री समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग से शिकायत की है।अखिलेश यादव ने प्रशासनिक अधिकारियों पर उपचुनाव में पक्षपात करने का आरोप लगाया है।लाल रंग की एक पर्ची की फोटो को सोशल मीडिया पर एक्स पर शेयर करते हुए अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि अधिकारी ये लाल कार्ड बांटकर मतदाताओं पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं। अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग से इस मामले का संज्ञान लेकर तत्काल कार्रवाई करने की मांग की है।
पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट कर लिखा है कि चुनाव आयोग तुरंत इस बात का संज्ञान ले कि उप्र में शासन-प्रशासन पक्षपात पूर्ण रवैया अपना रहा है और मतदान को बाधित करने के लिए नोटिस-चेतावनी के लाल कार्ड बांटकर मतदाताओं पर दबाव बना रहा है। ये एक तरह से संविधान द्वारा दिये गये वोटिंग के अधिकार को छीनने का ग़ैर-क़ानूनी कृत्य है। इसे एक अपराध की तरह दर्ज करके तुरंत कार्रवाई की जाए अन्यथा माननीय सर्वोच्च से ये अपील होगी कि वो स्वतः संज्ञान लेते हुए पक्षपाती शासन-प्रशासन को निष्पक्ष चुनाव कराने का निर्देश दे।
पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने इसके पहले 20 नवंबर को होने वाले उपचुनावों को सबसे कठिन उपचुनाव बताया था। सोमवार को अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा था कि प्रिय उत्तर प्रदेश वासियों और मतदाताओं, उत्तर प्रदेश आज़ादी के बाद के सबसे कठिन उपचुनावों का गवाह बनने जा रहा है। ये उपचुनाव नहीं हैं, ये रुख़ चुनाव हैं। जो उप्र के भविष्य का रुख़ तय करेंगे। इन उपचुनावों में, लोकसभा 2024 के चुनावों की तरह भाजपा की नकारात्मक राजनीति को फिर से धूल चटाने और संविधान, लोकतंत्र, आरक्षण व सामाजिक न्याय के संघर्ष को बचाने के लिए पूरा PDA समाज सभी 9 सीटों पर एकजुट है।
अखिलेश यादव ने आगे लिखा था कि भाजपाई महंगाई, बेरोज़गारी-बेकारी, भ्रष्टाचार और नफ़रत की राजनीति से मुक्ति के लिए PDA फिर से लामबंद है क्योंकि अब उसके सामने एक स्पष्ट लक्ष्य है और वो है भविष्य में अपनी सरकार बनाना मतलब PDA सरकार बनाना। अब तक PDA ने औरों की सरकार बनाई है, अब PDA भविष्य में अपनी सरकार बनाएगा, जिससे अपने हक़ और अधिकार को पाया जा सके।
अंबेडकरनगर से सपा सांसद लालजी वर्मा ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि विधानसभा उपचुनाव के लिए पुलिस की ओर से सपा के समर्थकों का उत्पीड़न किया जा रहा है।उन्हें लाल पर्चा देकर मतदान से वंचित रहने का दबाव डाला जा रहा है, विशेष रूप से मुस्लिम, यादव और कुर्मी जाति के लोगों को धमकाया जा रहा है।ये लोकतंत्र के लिए घातक है। लालजी वर्मा ने अपने गनर को लेकर भी संदेह किया है।लालजी वर्मा ने कहा कि मैं अपना गनर वापस छोड़ रहा हूं। मेरा पुलिस से भरोसा समाप्त हो गया।
एसपी को लिखे पत्र में सपा सांसद लालजी वर्मा ने आगे कहा कि मुझे ये विश्वास था कि आपकी ओर से अंकुश लगाया जाएगा, लेकिन इस उत्पीड़न पर अंकुश लगाने की जगह उसे और बल दिया जा रहा है।अल्पसंख्यक मतदाताओं को अधिक भयभीत किया जा रहा है, जिससे मतदान न कर सकें। बीजेपी को लाभ पहुंचाने के लिए ऐसा किया जा रहा है।मुझे उम्मीद है कि पुलिस के उत्पीड़न पर अंकुश लगाने की कार्रवाई करेंगे, जिससे वोटर निर्भीक होकर वोट कर सकें।
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