भाजपा को 2017 में इस सीट पर 445 वोटों से मिली थी जीत,इस बार सपा-बसपा से मिलेगी कड़ी चुनौती
भाजपा को 2017 में इस सीट पर 445 वोटों से मिली थी जीत, इस बार सपा-बसपा से मिलेगी कड़ी चुनौती


24 Oct 2021 |  506



 धनंजय सिंह स्वराज सवेरा एडिटर इन चीफ यूपी 



लखनऊ।उत्तर प्रदेश में 2022 होने वाले सियासी रण को लेकर छोटी से लेकर बड़ी सभी पार्टियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है।सत्तारूढ़ भाजपा जहां एक बार फिर सत्ता पर काबिज होना चाहती है तो वहीं सपा, बसपा और कांग्रेस भी भाजपा के मंसूबों पर पानी फेरने की लिए पूरी ताकत झोक दी हैं।भाजपा को इस बार सत्ता में दोबारा काबिज होना आसान नहीं है।



यूपी की कुछ विधानसभा सीटें ऐसी हैं,जहां भाजपा ने 2017 के विधानसभा चुनाव में बड़ी मुश्किल से जीत हासिल कर पायी थ।इन विधानसभा सीटों में एक विधानसभा सीट श्रावस्ती थी। श्रावस्ती विधानसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार ने मात्र 445 मतों से जीत दर्ज की थी। इससे पहले इस विधानसभा सीट पर सपा का कब्जा था।इसके अलावा भिनगा विधानसभा सीट पर बसपा को जीत मिली थी। भिनगा विधानसभा सीट से बसपा उम्मीदवार ने भाजपा उम्मीदवार को 6090 मतों से हराया था। इस सीट पर पहले भाजपा का कब्जा था।



भिनगा विधानसभा सीट पर 2017 के विधानसभा चुनाव में कुल 2 लाख 20 हजार 844 वोट पडे़ थे।इसमें बसपा उम्मीदवार मोहम्मद असलम को 76,040 वोट मिले थे, जबकि भाजपा उम्मीदवार अलक्षेंद्र कांत सिंह को 69 हजार 950 वोट मिले थे।सपा उम्मीदवार इंद्राणी वर्मा को 57 हजार 986 वोट मिले थे और तीसरे स्थान पर रहीं।इस विधानसभा के 4746 मतदाताओं ने नोटा का बटन दबाया था।



श्रावस्ती विधानसभा सीट की बात की जाए तो यहां कुल 2 लाख 41 हजार 304 मतदाताओं ने वोट डाला था। भाजपा उम्मीदवार रामफेरन पांडे ने सपा के मोहम्मद रमजान को 445 वोटों से हराया था। रामफेरन पांडे को 79 हजार 437 वोट मिले थे जबकि मोहम्मद रमजान को 78 हजार 992 वोट मिले थे।बसपा के सुभाष सत्या 53 हजार 014 वोट पाकर तीसरे स्थान पर रहे। इस विधानसभा के 4289 वोटरों ने नोटा का बटन दबाया था। रालोद उम्मीदवार विनोद त्रिपाठी को छोड़ कर कोई भी निर्दल प्रत्याशी नोटा का आंकड़ा पार नहीं कर सके।



श्रावस्ती विधानसभा सीट देवीपाटन मंडल में आती है। ये विधानसभा सीट 2008 में अस्तित्व में आयी थी। 2012 में हुए विधानसभा चुनाव में यहां से सपा उम्मीदवार ने जीत दर्ज की थी। जबकि 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने जीत दर्ज की थी।



अब देखने वाली बात ये होगी कि इस बार भाजपा जीत को दोहरा पाती है या सपा फिर से दोबारा वापसी करेगी।इसके अलावा, बसपा के प्रदर्शन पर भी सबकी नजरें रहेंगी।


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