लखनऊ।उत्तर प्रदेश की राजनीति आजकल सबसे तीखे और निर्णायक मोड़ में है।एक ओर वोटर लिस्ट (एसआईआर)के पन्नों में भविष्य की बिसात बिछाई जा रही है तो दूसरी ओर सदन के भीतर कोडिन सिरप कांड और बुलडोजर की गूंज ने कड़ाके की ठंड में सियासी तापमान को चरम पर पहुंचा दिया है।लखनऊ से लेकर दिल्ली तक हलचल पैदा कर दी है।
सीएम ने कार्यकर्ताओं को दिए ये टिप्स
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं और बीएलए के साथ बंद कमरे में हुई बैठक में एसआईआर को लेकर गहरी चिंता जताई।सीएम ने इशारा किया कि यूपी में लगभग 18 फीसदी लोगों के नाम मतदाता सूची से कटने की कगार पर हैं,जिनमें 80-90 फीसदी भाजपा समर्थक हो सकते हैं।सीएम ने कहा कि शहरों में रहने वाले लोग अक्सर अपने नाम गांवों की वोटर लिस्ट में रखते हैं ताकि उनकी पुश्तैनी जायदाद सुरक्षित रहे।सीएम ने कार्यकर्ताओं से कहा कि लोगों को समझाएं कि गांव और शहर की मतदाता सूची अलग होती है,इससे जायदाद पर कोई आंच नहीं आती। सीएम ने उन बूथों पर विशेष ध्यान देने के लिए कहा जहां 20 फीसदी हिंदू आबादी है और वे डोमिनेशन के कारण वोट नहीं डाल पाते। सीएम ने इन वोटों को सुरक्षित बूथों पर ट्रांसफर करने की संभावना तलाशने के लिए कहा।सीएम ने आगाह किया कि सपा ने कथित तौर पर कई फर्जी नाम जुड़वाए हैं। कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया गया कि वे एक-एक परिवार की जांच करें और संदिग्ध नामों की तुरंत रिपोर्ट करें।
कोडिन सिरप कांड पर सीएम का हमला
सोमवार को विधानसभा में सीएम योगी ने कोडिन सिरप कांड को लेकर समाजवादी पार्टी पर सीधा हमला बोला।सीएम ने अमित यादव का नाम लेते हुए उसे इस पूरे घोटाले का किंगपिन बताया और दावा किया कि वह सपा का सक्रिय नेता है।सीएम ने सदन में सपा मुखिया अखिलेश यादव के साथ आरोपियों की तस्वीरें दिखाकर लिंक जोड़ने की कोशिश की।सीएम ने कहा कि इस कांड की जड़ें 2016 (सपा शासन) में दिए गए लाइसेंसों से जुड़ी हैं।सीएम ने दो टूक शब्दों में कहा कि इस मामले में अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा।चेतावनी देते हुए कहा,समय आने पर बुलडोजर एक्शन भी होगा,उस समय चिल्लाना मत।
विपक्ष का पलटवार
विपक्ष ने भी पलटवार करते हुए कहा कि अपराधियों की तस्वीरें तो सत्ता पक्ष के नेताओं के साथ भी होती हैं केवल तस्वीर के आधार पर अपराधी तय नहीं किया जा सकता।
नमूना और बबुआ पर सियासी घमासान
सोमवार को विधानसभा में सीएम योगी ने अखिलेश यादव और राहुल गांधी का बिना नाम लिए उनपर तंज कसते हुए उन्हें दो नमूने करार दिया।सीएम ने कहा कि जब देश में कोई चर्चा होती है तो एक दिल्ली वाला और एक लखनऊ वाला विदेश (इंग्लैंड) की सैर पर निकल जाते हैं।
अखिलेश ने दिया जवाब
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने इस हमले को हाथों-हाथ लिया। अखिलेश ने तुरंत सोशल मीडिया पर दिल्ली और लखनऊ के दो नमूनों का कार्ड बनाकर पलटवार किया और इसे भाजपा की अपनी स्थिति से जोड़ दिया।सीएम ने साफ किया कि कोडिन मामले को वह इसके अंजाम तक पहुंचाएंगे और एनडीपीएस एक्ट के तहत कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे।