पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल के विपश्यना पर भाजपा ने साधा निशाना, कहा- शांति के लिए पंजाब के लोगों के पैसे उड़ाए
पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल के विपश्यना पर भाजपा ने साधा निशाना, कहा- शांति के लिए पंजाब के लोगों के पैसे उड़ाए

05 Mar 2025 |  38





नई दिल्ली।आम आदमी पार्टी के मुखिया दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 10 दिवसीय विपश्यना सत्र के लिए पंजाब के होशियारपुर पहुंचे हुए हैं।केजरीवाल ने बुधवार से विपश्यना शुरू कर दिया है,लेकिन केजरीवाल भारतीय जनता पार्टी के निशाने पर भी आ गए हैं।मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा है कि उन्होंने अपनी शांति के लिए पंजाब का पैसा उड़या है।बता दें कि दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री केजरीवाल मंगलवार को अपनी पत्नी सुनीता केजरीवाल के साथ होशियारपुर से लगभग 14 किलोमीटर दूर चौहाल में वन अतिथि गृह पहुंचे थे।

केजरीवाल की ये नकली सादगी एक और नौटंकी

केजरीवाल के विपश्यना पर निशाना साधते हुए मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो 50 गाड़ियों के काफिले से पंजाब के होशियारपुर पहुंचे। सिरसा ने आरोप लगाया कि उनके काफिले में 2-2 करोड़ रुपये की लैंड क्रूजर कारें थीं,काफिले की सुरक्षा पंजाब पुलिस के 100 से ज्यादा कमांडो कर रहे थे।सिरसा ने आरोप लगाया कि केजरीवाल अपनी शांति के लिए पंजाब के लोगों के पैसे उड़ा रहे हैं।ऐसी विपासना का क्या फ़ायदा जहां सादगी और आत्मचिंतन की जगह 50 गाड़ियों के काफ़िले में अहंकार और दिखावा हो,अरविंद केजरीवाल की ये नकली सादगी एक और नौटंकी है।

दिसंबर 2023 में भी आनंदगढ़ आए थे केजरीवाल

बता दें कि अरविंद केजरीवाल होशियारपुर से लगभग 11 किलोमीटर दूर आनंदगढ़ गांव में स्थित धम्म धजा विपश्यना केंद्र में 10 दिवसीय विपश्यना सत्र में शामिल हुए।केजरीवाल विपश्यना सत्र में शामिल होते रहे हैं और इसके पहले वह जयपुर,नागपुर,हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला के पास धर्मकोट और बेंगलुरु सहित कई स्थानों पर जा चुके हैं।यह दूसरी बार है जब केजरीवाल विपश्यना के लिए आनंदगढ़ गए हैं। इससे पहले केजरीवाल दिसंबर 2023 में 10 दिवसीय सत्र में भाग लिया था।विपश्यना ध्यान के लिए एक प्राचीन भारतीय विधि है जो आत्म-अवलोकन के माध्यम से आत्म-परिवर्तन पर केंद्रित है।

विधानसभा चुनाव में आप की हुई थी करारी हार

5 फरवरी को हुए विधानसभा चुनाव में नई दिल्ली सीट से चुनाव हारने के बाद अरविंद केजरीवाल सार्वजनिक रूप से सामने नहीं आए हैं और उन्होंने खुद को पार्टी से संबंधित गतिविधियों तक ही सीमित कर रखा है।आप ने भारी जनादेश के साथ 2015 से 2024 तक दिल्ली पर राज किया था,लेकिन इस बार विधानसभा चुनाव में आप 70 सीटों वाली विधानसभा में 22 सीटों पर सिमट गई।भाजपा ने 48 सीट जीतकर दिल्ली में केजरीवाल की पार्टी का वर्चस्व खत्म कर दिया।मनीष सिसोदिया,सौरभ भारद्वाज,सत्येंद्र जैन और सोमनाथ भारती समेत आप के कई बड़े नेता चुनाव हार गए।

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