ठाकुर श्रीबांकेबिहारी लाल ने पहली बार पहनी 200 रुपये के नोटों से बनी पोशाक
ठाकुर श्रीबांकेबिहारी लाल ने पहली बार पहनी 200 रुपये के नोटों से बनी पोशाक

13 Feb 2025 |  41





मथुरा।माघी पूर्णिमा के पावन अवसर पर मथुरा के वृंदावन में जन-जन के आराध्य ठाकुर श्रीबांकेबिहारी लाल ने नोटों से बनी पोशाक पहनकर भक्तों को दर्शन दिए।शाम को जब दर्शन के लिए कपाट खुले तो ठाकुर बांकेबिहारी ने नोटों से बनी पोशाक पहनी हुई थी। 200 रुपए के नोटों से बनी पोशाक पहने ठाकुर बांकेबिहारी की छवि का दर्शन कर भक्त आनंद में सराबोर हो गए।

ठाकुर बांकेबिहारी को पहनाई‌ गई नोटों से बनी पोशाक में 200- 200 रुपए के 15 गड्डी प्रयोग की गईं। इसके अलावा एक लाख रुपए दस, बीस रुपये,100 रुपये और 500 रुपए के नोटों का प्रयोग किया गया।भक्त ने ठाकुर जी की चोली,धोती,मुकुट सभी नोटों से बनवाया।नोटों से बनी पोशाक को एक भक्त ने सेवित किया है। उनका नाम गोपनीय रखा गया है।

ठाकुर बांकेबिहारी को माघ पूर्णिमा के अवसर पर राजस्थान के भक्त द्वारा अर्पित की गई यह पोशाक शाम के समय होने वाली शयन भोग सेवा में पहनाई गई।शाम को जब भक्तों ने ठाकुर जी के नोटों की पोशाक पहने हुए दर्शन किए तो वह आनंद में सराबोर हो गए और उनको एक टक निहारते रहे।

ठाकुर बांकेबिहारी को पहली बार नोटों से बनी पोशाक पहनाई गई।इससे पहले उनके बनने वाले फूल बंगलों के दौरान नोटों के बंगले बनाए जाते रहे हैं। इसके अलावा कई बार भक्तों ने नोटों की माला भी अर्पित की है,लेकिन यह पहला मौका जब था ठाकुर जी को नोटों से बनी पोशाक पहनाई गई।

बांकेबिहारी मंदिर के गोस्वामी नितिन सांवरिया ने बताया कि राजस्थान के एक भक्त हैं जो बांकेबिहारी जी और सांवरिया सेठ में अटूट आस्था रखते हैं।उन्हीं भक्त ने जब सांवरिया सेठ के कई बार नोटों से बनी पोशाक धारण किए दर्शन किए तो उनके मन में प्रेरणा आई कि वह भगवान बांकेबिहारी जी के लिए नोटों से बनी पोशाक अर्पित करेंगे। इसके बाद उन्होंने खुद कारीगरों के साथ बैठकर इस पोशाक को बनवाया। नितिन सांवरिया ने बताया कि यह लक्ष्मी पोशाक है।

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