अयोध्या।मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु राम नगरी अयोध्या आने वाले राम भक्तों को योगी सरकार एक और तोहफा देने जा रही है। राम नगरी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए अयोध्या शोध संस्थान का बीते कई सालों से निर्माण हो रहा था।वैसे शोध संस्थान का नाम बदलकर अंतरराष्ट्रीय रामायण एवं वैदिक शोध संस्थान कर दिया गया था।इस शोध संस्थान का निर्माण अगले महीने अगस्त तक पूरा हो जाएगा। अगस्त से राम नगरी आने वाले राम भक्त अंतरराष्ट्रीय रामायण वैदिक शोध संस्थान का दीदार कर सकेंगे।
रामलीला हाल का हुआ निर्माण
इतना ही नहीं अंतरराष्ट्रीय रामायण वैदिक शोध संस्थान को तुलसी स्मारक भवन के नाम से जाना जाता है।तुलसी स्मारक भवन के पुराने भवन का जीर्णोद्धार कर नया भवन बनाया गया है।इस भवन में बेसमेंट पर पुस्तकालय ग्राउंड फ्लोर पर इंटरनेशनल आर्ट गैलरी,प्रथम फ्लोर पर कार्यालय और रामलीला हाल का निर्माण किया गया है।इसके साथ ही ऑडियो-वीडियो आर्ट गैलरी का भी निर्माण किया गया है।थर्ड फ्लोर पर इंटरनेशनल आर्ट गैलरी के साथ टेरेस पर वाटर रैंक का भी निर्माण किया गया है।
विकास परिषद के सीईओ ने बताया
अयोध्या तीर्थ विकास परिषद के सीईओ संतोष शर्मा ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय रामायण शोध संस्थान का कार्य लगभग पूरा हो चुका है।इसे अगस्त माह में खोलने की तैयारी है।सुरक्षा की दृष्टि से वैदिक शोध संस्थान में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। पुस्तकालय का निर्माण किया गया है।छत पर जन सामान्य की एक अतिरिक्त आधुनिक शौचालय का भी निर्माण किया गया है। संतोष शर्मा ने बताया कि इसके अलावा प्रभु राम अथवा गोस्वामी तुलसीदास की प्रतिमाओं को शीघ्र ही स्थापित करने का कार्य भी शुरू कर दिया जाएगा।अयोध्या आने वाले राम भक्तों के लिए अंतर्राष्ट्रीय रामायण वैदिक शोध संस्थान एक आकर्षण का केंद्र हो इसको लेकर सभी तैयारियां की जा रही है।
|