नई दिल्ली।राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में ई-रिक्शा वालों यात्रियों की बल्ले-बल्ले।दिल्ली में अब ई-रिक्शा को लेकर सरकार बड़ा कदम उठाने जा रही है।मेट्रो स्टेशन और बस स्टैंड से लास्ट माइल कनेक्टिविटी के लिए अब मोबाइल एप पर ई-रिक्शा खोज सकेंगे और चार्टर एप से पता चलेगा कितनी देर में आएगा।मेट्रो स्टेशन और बस स्टैंड से लास्ट माइल कनेक्टिविटी के लिए अब मोबाइल एप पर ई-रिक्शा खोज सकेंगे।यात्रियों के आवागमन को सुविधाजनक बनाने के लिए यह कदम उठाया जा रहा है,जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग सार्वजनिक परिवहन के इस्तेमाल के लिए प्रोत्साहित हों।
इंद्रप्रस्थ सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईआईटी) दिल्ली ने दिल्ली-एनसीआर के मेट्रो स्टेशन और बस स्टैंड की मैपिंग की है।यात्रियों के फुटफॉल के हिसाब से अलग-अलग इलाकों के मेट्रो स्टेशन और बस स्टैंड को चिह्नित किया है।इसमें कश्मीरी गेट,दिल्ली गेट,मोहन एस्टेट,शास्त्री पार्क,कन्हैया नगर,जामा मस्जिद,रिठाला,मोहन नगर,आजादपुर,नांगलोई सहित ऐसे 200 स्थल है जहां पर आवाजाही करने वाले यात्री चार्टर मोबाइल एप की मदद से लास्ट माइल कनेक्टिविटी के लिए ई-रिक्शा की सुविधा ले सकेंगे।
ई-रिक्शा कितने समय पर और कितनी देरी में उपलब्ध होगा उसका ब्योरा ऐप पर मिलेगा।इससे यात्रियों को आवागमन में आसानी होगी,क्योंकि घर से निकलने या दफ्तर से घर लौटने पर हर कोई यह चाहता है कि उसे मेट्रो स्टेशन और बस स्टैंड तक के लिए ई-रिक्शा आसानी से उपलब्ध हो जाएं। एप से करीब दस हजार के लगभग ई-रिक्शा जुड़ने जा रहे है। अभी ऐप पर ई-रिक्शा बुक करने की कोई सुविधा नहीं मिलेगी।
मौजूदा समय में चार्टर एप की मदद से बस में सफर करने के लिए रोजाना लगभग 80 हजार यात्री ऑनलाइन टिकट खरीद रहे है। जबकि मेट्रो की दो हजार के लगभग टिकट बिक रही है। दिलचस्प बात यह है कि 1200 टिकट इसमें ऐसी है जो सिर्फ यात्री की आवाज के शब्दों से गंतव्य स्थल के लिए बुक हो रही है। यानि एप पर बोलकर मेट्रो टिकट खरीदने वाले भी ज्यादा है।
इन 200 स्थलों से जुड़े 600 रूटों की मैपिंग की गई है, जहां बड़ी तादाद में यात्री ई-रिक्शा का इस्तेमाल कर रहे हैं। यात्रियों को मेट्रो स्टेशन और बस स्टैंड से गंतव्य स्थल तक जाने के लिए आवागमन में कोई मुश्किल न हो उसके लिए चार्टर मोबाइल ऐप पर ई-रिक्शा की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। 30 जून तक शुरू हो जाने की संभावना है। इस एप की मदद से यात्रियों की लास्ट माइल कनेक्टिविटी बेहतर और समय की बचत होगी। यात्रियों को ई-रिक्शा ढूंढने के लिए भटकना नहीं पड़ेगा।