नई दिल्ली।उत्तर भारत के मैदानी इलाकों समेत दिल्ली-एनसीआर में बीते चार दिनों से सूरज आग बरस रही है।पारा लगभग 44 डिग्री तक पहुंच गया है।जबकि कुछ इलाकों में पारा 45 के पार चला गया,जिससे कुछ इलाकों में लू की स्थिति रही।सोमवार को भीषण गर्मी के बाद मंगलवार को भी भीषण गर्मी पड़ी।हालांकि राहत की फुहारें 13 जून से पड़ेंगी।
दिल्ली में मंगलवार को अधिकतम तापमान 43.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो कि सामान्य से 3.9 डिग्री सेल्सियस ज्यादा रहा।यह इस सीजन का सबसे गर्म दिन रहा।आयानगर में तो अधिकतम तापमान 45.5 और रिज में 45 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।पालम में तापमान 44.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।तापमान अधिक होने से कुछ इलाकों में लू की स्थिति रही।दिन भर चली गर्म हवाओं ने भी परेशान किया,लू के थपेड़े से बदन झुलसते रहे।इससे पहले सोमवार को अधिकतम तापमान 43.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
बीते साल 17 जून को 45.2 डिग्री सेल्सियस तापमान के साथ सबसे गर्म दिन दर्ज किया गया था। जबकि ऑल टाइम रिकॉर्ड 17 जून 1945 का है,जब अधिकतम तापमान 46.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। दिल्ली में जून के महीने में तापमान 45 डिग्री से ऊपर दर्ज किया जाता है, क्योंकि मानसून एक्सप्रेस नहीं पहुंची होती।मानसून की सामान्य दस्तक 27 से 29 जून के बीच रहती है।
मौसम विभाग के अनुसार अभी दो से तीन दिन झुलसती गर्मी को झेलना पड़ेगा। आईएमडी ने बुधवार को अधिकतम तापमान 45 डिग्री रहने का अनुमान जताया है,वहीं कुछ इलाकों में लू के थपेड़े लगेंगे।बृहस्पतिवार को तापमान 42-44 डिग्री के बीच रहने का अनुमान है। इसके बाद बंगाल की खाड़ी में मानसूनी सिस्टम तैयार होने के कारण हवा का रुख बदलेगा। दिल्ली-एनसीआर में इसका असर 13-14 जून को देखने को मिलेगा। इससे धूल भरी आंधी और हल्की बारिश की संभावना है। 20 जून के बाद प्री-मानसून गतिविधियों के तेज होने की संभावना है।