नई दिल्ली।दिल्ली में अगले साल होने जा रहे विधानसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियां अपनी रणनीति बनाने में जुट गई हैं।कांग्रेस ने भी अपनी चुनावी तैयारियां तेज कर दी हैं।कांग्रेस ने शुक्रवार को आम आदमी पार्टी (आप) के साथ किसी भी गठबंधन से इनकार करते हुए विधानसभा चुनाव अकेले लड़ने का ऐलान किया।दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने कहा कि पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव में सभी 70 सीटों पर अपने दम पर चुनाव लड़ेगी। देवेंद्र यादव ने साफ किया कि चुनाव में किसी भी पार्टी से गठबंधन नहीं होगा। देवेंद्र ने कहा कि मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के बारे में फैसला चुनाव के बाद कांग्रेस विधायक दल द्वारा किया जाएगा।
बता दें कि 2024 के लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी दिल्ली में कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ी थी,लेकिन दोनों एक भी सीट नहीं जीत पाए।लोकसभा चुनाव के बाद आप के नेता कहने लगे थे कि उनकी पार्टी दिल्ली में अकेले विधानसभा चुनाव लड़ेगी। दिल्ली में कांग्रेस का एक भी विधायक नहीं है। पिछले चुनाव में आम आदमी पार्टी 70 में से 60 से ज्यादा सीटें जीती थी।
नवंबर महीने की शुरुआत में पूर्व सीएम आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव की तुलना महाभारत के समान धर्मयुद्ध से की थी। केजरीवाल ने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा था कि दिल्ली विधानसभा चुनाव एक धर्मयुद्ध' की तरह है। भाजपा के पास कौरवों की तरह अपार धन और शक्ति है, लेकिन भगवान और लोग पांडवों की तरह हमारे साथ हैं।
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