आगरा।अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ की तलवार के बीच आगरा से जूता निर्यात में 9:43 फीसदी का उछाल आया है। बीते महीनों में जूता निर्यात में बेहतर प्रदर्शन किया है।अप्रैल से लेकर अब तक की पहली छमाही में आगरा के फुटवियर निर्यातकों ने 9.43 फीसदी निर्यात बीते साल से ज्यादा किया है।लेदर फुटवियर की मांग में 9.01 फीसदी का उछाल आया है।आगरा से फुटवियर कंपोनेंट और लेदर गुड्स का निर्यात अप्रत्याशित रूप से बढ़ा है, जिससे बीते साल के 1,711 करोड़ के मुकाबले आगरा से 1,872 करोड़ रुपये का निर्यात किया जा सका है।
काउंसिल फॉर लेदर एक्सपोर्ट्स के आंकड़ों के मुताबिक ट्रंप के टैरिफ लागू करने के बाद अगस्त के महीने में बेहद मामूली कमी निर्यात में नजर आई।बीते साल अगस्त में 380 करोड़ रुपये का जूता निर्यात किया था,लेकिन इस बार अगस्त में यह 399.96 करोड़ रुपये रहा। इसमें 0.05 फीसदी की कमी दर्ज की गई।निर्यातकों ने सितंबर और अक्तूबर में जाने वाले जूतों के ऑर्डर की डिलीवरी अगस्त में टैरिफ लागू होने से पहले ही कर दी थी,जिससे अगस्त के निर्यात पर टैरिफ का असर नजर नहीं आ रहा है।
आगरा के जूता निर्यात में सबसे बड़ी हिस्सेदारी यूरोप के देशों की है। अमेरिका में करीब 24 फीसदी निर्यात होता है। इससे करीब एक हजार करोड़ रुपये का जूता निर्यात टैरिफ के कारण प्रभावित होगा। आगरा के पारंपरिक लेदर फुटवियर की दुनिया में मांग बरकरार है। लेदर फुटवियर का निर्यात 9.01फीसदी बढ़कर 1,857 करोड़ पर पहुंचा है, जो बीते साल पहली छमाही में 1,703 करोड़ रुपये था। फुटवियर कंपोनेंट में 4.59 करोड़ रुपये की जगह 10.28 करोड़ रुपये का निर्यात हो गया।
एफमेक अध्यक्ष गोपाल गुप्ता ने बताया कि अमेरिकी टैरिफ अगस्त में लागू हुआ,लेकिन उससे पहले ही ऑर्डर की डिलीवरी हो गई। आने वाले महीनों में टैरिफ का असर नजर आ सकता है, लेकिन हम यूरोपीय यूनियन से हो रहे फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर नजर बनाए हैं।
एफमेक महासचिव प्रदीप वासन का कहना है कि पहले छह माह में निर्यात पर असर नजर नहीं आया है, लेकिन आने वाले छह माह चुनौतियों से भरे होंगे। अगर अमेरिकी टैरिफ न हटा तो आने वाली तिमाही में ज्यादा गिरावट नजर आएगी।
इंटरनेशनल लेदर फुटवियर शो मीट एट आगरा के 17वें संस्करण का आयोजन 7 से 9 नवंबर के बीच आगरा ट्रेड सेंटर पर किया जाएगा। इसमें अमेरिकी टैरिफ से निपटने और नए बाजारों की तलाश की जाएगी। दुनियाभर की कंपनियां अपने अत्याधुनिक मशीनरी और कच्चे माल एवं कंपोनेंट को लेकर आएंगी। तीन सौ से ज्यादा कंपनियां इस फेयर में हिस्सा लेने वाली हैं।