चाइना पर भारी पड़ रही हैं गुजरात-कानपुर की झालरें, 25-30 फीसदी तक गिरे दाम
चाइना पर भारी पड़ रही हैं गुजरात-कानपुर की झालरें, 25-30 फीसदी तक गिरे दाम

15 Oct 2025 |   57



ब्यूरो धीरज कुमार द्विवेदी 

लखनऊ।स्वदेशी के इस्तेमाल के शोर के बीच इस बार दिवाली देसी झालरें चाइना की झालरों पर भारी पड़ रही हैं। अहमदाबाद और कानपुर में तैयार इन झालरों का दाम 80 रुपये तो चाइना की झालरों का दाम 110 रुपये है।देसी झालरों का कब्जा 50 फीसदी तक बढ़ गया है।पिछले साल के मुकाबले चाइना के झालरों का दाम 25-30 तक गिरा है।राजधानी लखनऊ में झालरों का ही 100 करोड़ रुपये से ज्यादा का कारोबार है।

लाटूश रोड के संजय बताते हैं कि अच्छी चमक और सस्ती कीमत से अहमदाबाद की झालरें इस बार खूब पसंद की जा रही हैं।कानपुर से आईं झालरें भी लोग खरीद रहे हैं। इनमें सुनहरे रंग की झालर की मांग सबसे ज्यादा है। देसी झालरें 50 से लेकर 80 रुपये तक में मौजूद हैं।

संजय बताते हैं कि अहमदाबाद की 15 मीटर मजबूत झालर 80 तो उससे हल्की झालर 80 रुपये में 30 मीटर तो कानपुर की 10 मीटर की झालर 50 रुपये की बिक रही हैं। चीनी झालरों का पिछले वर्ष दाम 140 रुपये था। इनके दाम घटने का कारण कारोबारी देसी झालरों की मांग को बता रहे हैं। मल्टी पिक्सल झालरों का ट्रेंड नया है।

संजय बताते हैं कि देसी झालरों के बल्ब चीन से ही आते हैं। उनके ऊपर लगने वाला कैप अहमदाबाद से आता है। कानपुर में इन झालरों को असेंबल किया जाता है। बल्ब के हिसाब से झालरों की कीमत तय होती है।

नरही के मनीष श्रीवास्तव बताते हैं कि रिमोट से चलने वाली झालरें छाई हैं।अब हर बार स्विच ऑन-ऑफ करने की जरूरत नहीं है। दीपावली की रोशनी को कंट्रोल में रखना भी मजेदार होगा। 250 रुपये की कीमत वाली इन झालरों में 12 रंग हैं, जिन्हें रिमोट से बदल सकते हैं।

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