ब्यूरो धीरज कुमार द्विवेदी
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने बुधवार सुबह-सुबह योगी सरकार को थैंक यू बोला है।मायावती ने ऐक्स पर पोस्ट कर कहा कि कानपुर के प्रसिद्ध बुद्धा पार्क में शिवालय पार्क बनाने का यह अति-विवादित प्रस्ताव रद्द किये जाने की आज मीडिया में खबर छपी है,जिसका स्वागत और यूपी सरकार को इसके लिये धन्यवाद भी है।उम्मीद है कि सरकार आगे अन्यत्र कहीं भी ऐसा कोई विवाद खड़ा करने के षडयंत्र को गंभीरता से लेकर इसके विरुद्ध सख़्ती करेगी ताकि समाज में शान्ति-व्यवस्था, आपसी भाईचारा एवं सौहार्द का वातावरण बिगड़ने ना पाए।
बता दें कि कानपुर में इंदिरानगर के गौतम बुद्धा पार्क में शिवालय पार्क बनाने को लेकर राजनीतिक विवाद छिड़ा तो नगर निगम ने यू-टर्न ले लिया। पूर्व सीएम मायावती और तीन सांसदों ने एक्स पर पोस्ट कर आपत्ति जताई।पार्षद ने विरोध दर्ज कराया, इसके बाद नगर निगम के अफसरों से लेकर महापौर ने बयान जारी किया और कहा कि अब यहां शिवालय पार्क नहीं बनेगा।नगर निगम भले ही कह रहा हो कि यहां निर्माण की योजना नहीं थी पर सच्चाई यह है कि गौतम बुद्धा पार्क के पीछे खाली जमीन पर ही शिवालय पार्क और ज्योतिर्लिंग की स्थापना होनी थी, जहां ये प्रस्तावित था उसका रास्ता गौतम बुद्धा पार्क होकर ही जाता है।शिवालय पार्क बनाने को केडीए ने नगर निगम को अनापत्ति प्रमाण पत्र दे दिया था।
मायावती,आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर के बाद सपा सांसद नीरज मौर्य और देवेश शाक्य ने एक्स पर पोस्ट कर इसका विरोध जताया था। कई पार्षदों ने भी नगर आयुक्त से मिलकर फैसले पर आपत्ति जताई थी। नीरज शाक्य ने सीएम को लिखे खत में इस फैसले को जनविरोधी बताया था। शाक्य ने कहा था कि पार्क पर खर्च होने वाले 15 करोड़ रुपये की राशि जर्जर स्कूलों में खर्च करें तो बेहतर रहता।
नगर निगम के पर्यावरण अभियंता दिवाकर भास्कर ने कहा कि गौतम बुद्धा पार्क में शिवालय पार्क बनाने की योजना नहीं है, यह दूसरी जगह बनना था। पार्षद नीरज कुरील ने नगर आयुक्त सुधीर गहलौत से बुद्धा पार्क में शिवालय पार्क बनाने को लेकर मुलाकात की थी और आपत्ति जताई थी। कहा था कि शिवालय पार्क बनाएं पर इसके लिए कोई दूसरी उपयुक्त जमीन देख लें। इस पार्क से बड़ी संख्या में लोगों की संवेदनाएं जुड़ी हैं। इस पर इस तरह का फैसला लेना सही नहीं है।