येरूशलम।हमास से सीधी जंग और लेबनान के आतंकी संगठन हिजबुल्लाह से टक्कर के बीच इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रविवार को कैबिनेट की अहम बैठक बुलाई।बैठक की शुरुआत में कुछ समय का मौन रखा गया। इसमें कहा गया कि यह हमारे उन भाइयों व बहनों की याद में जिनकी बेरहमी से हत्या कर दी गई और युद्ध में शहीद होने वाले हमारे वीर सैनिकों के नाम।बैठक में नेतन्याहू ने कहा कि हम हमास को तबाह कर देंगे।
नेतन्याहू ने कहा कि युद्ध के दौरान सरकार की ओर से बुलाई गई ये पहली आपातकालीन बैठक है।हमास ने हम पर हमले किए और सोचा कि हम टूट जाएंगे,लेकिन हम हमास को पूरी तरह खत्म कर देंगे।हम एक टीम के रूप में एकजुट होकर चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं।हमारी एकता दुश्मन और दुनिया को एक स्पष्ट संदेश देने वाली है।
पीएम नेतन्याहू ने कहा कि मैंने इस जंग के दौरान हमारे अद्भुत योद्धाओं को देखा है, जो अब फ्रंट लाइन में हैं और वे जानते हैं कि पूरा देश उनके पीछे है।हमारे योद्धा इस जंग की भयावहता को समझते हैं, वह हमारे दुश्मनों को खत्म करने के लिए किसी भी वक्त खतरनाक एक्शन लेने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने उन परिवारों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की, जिनके परिवार के सदस्यों को पिछले हफ्ते हमास के आतंकियों ने बंधक बना लिया था। बताया जा रहा है कि हमास ने इजरायल के 150-200 लोगों को बंधक बना रखा है, जिनमें महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग भी शामिल हैं, जबकि बंधकों में से कई के पास विदेशी नागरिकता भी है।
पीएम नेतन्याहू की इस बैठक के बाद इजरायली वायु सेना प्रमुख मेजर जनरल तोमर बार ने कहा कि हमारे लड़ाकू विमान और ड्रोन गाजा पट्टी पर आक्रामक तरीके से हमला कर रहे हैं, ताकि दुश्मन की ओर से जमीन से किए जाने वाले संभावित हमले के खतरे को जितना जल्दी हो सके खत्म किया जा सके।हम अपने ऑपरेशन के लिए क्षेत्र तैयार कर रहे हैं।
मेजर जनरल तोमर बार ने कहा कि जमीन और हवा से जितना संभव हो सके उतने खतरों को हटाया जा रहा है।हम आक्रामक तरीके से वही करेंगे, जो जरूरी है। वायु सेना जमीनी बलों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करेगी। इजरायली वायुसेना का ध्यान गाजा पट्टी में लड़ाई पर केंद्रित है, लेकिन साथ ही हम नॉर्थ में होने वाले किसी भी खतरे से निपटने के लिए तैयार हैं।
हिजबुल्लाह के हमले को लेकर इजरायल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने कहा कि इजरायल को अपने उत्तरी मोर्चे पर युद्ध छेड़ने में कोई दिलचस्पी नहीं है और उनका देश सीमा पर स्थिति को वैसे ही बनाए रखेगा।रक्षा मंत्री ने कहा कि अगर हिजबुल्लाह युद्ध का रास्ता चुनता है तो उसे बहुत भारी कीमत चुकानी पड़ेगी,बहुत भारी,लेकिन अगर वह खुद को नियंत्रित करता है तो हम इसका सम्मान करेंगे और स्थिति को वैसे ही बनाए रखेंगे।
बता दें कि इजराइल द्वारा गाजा को खाली करने के लिए हमास को दी गई डेडलाइन खत्म हो गई है,जिसके बाद हमास पर इजराइल के सबसे बडे़ हमले का अनुमान लगाया जा रहा है।इजरायल की सेना की ओर से उत्तरी गाजा में सुरक्षित गलियारे के लिए 3 घंटे का अल्टीमेटम समाप्त हो गया है। इजरायल ने यह डेडलाइन यहां के लोगों को समुद्री तटीय क्षेत्र के दक्षिणी भाग में चले जाने के लिए तय की थी। गाजा में हालात अब बेहद नाजुक हो गए हैं।इजरायली सेनाएं चौतरफा जमीनी हमले का आदेश मिलने के इंतजार में हैं।सैनिकों ने गाजा पट्टी में छापेमारी पहले ही शुरू कर दी है। इजरायल डिफेंस फोर्स ने कहा था कि सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक इस गलियारे पर कोई ऑपरेशन नहीं चलाया जाएगा।सेना ने गाजा सिटी और उत्तरी गाजा के लोगों को दक्षिणी इलाकों में चले जाने के लिए पहले ही आगाह किया था।ऐसा सबकी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए किया।गाजा के 23 लाख नागरिकों को भोजन, पानी और सुरक्षा के लिए भीषण संघर्ष का सामना करना पड़ रहा है। हमास के आतंकवादियों के इजरायल पर हमला करने के हफ्ते भर बाद गाजा में फिलिस्तीनी बुनियादी जरूरतों से भी वंचित हो गए हैं।
गाजा के हजारों लोग उत्तरी इलाके को खाली करने के इजरायल के आदेश का पालन करने की कोशिश कर रहे हैं। कई सारे लोग वहां के अस्पतालों में जमा हो गए। दरअसल इजरायल की सेना ने 10 लाख से ज्यादा फिलिस्तीनियों को उत्तरी गाजा को खाली करने का आदेश दिया।इजरायल ने गाजा के निवासियों को दक्षिण की ओर जाने के लिए सोशल मीडिया पर भी निर्देश जारी किया। साथ ही विमान के जरिए गिराए गए पर्चों में भी यही आदेश दोहराया गया।
|