जम्मू-भारतीय सुरक्षा बलों ने कश्मीर के नगरोटा में जैश-ए-मोहम्मद के चार आतंकियों को मुठभेड़ में ढेर कर दिया था और पाकिस्तान की नापाक साजिश को नाकाम कर दिया था।एनएनआई न्यूज एजेंसी के सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने भारत में पुलवामा जैसा बड़े हमले को अंजाम देने के लिए जैश-ए-मोहम्मद को काम सौपा था। इस आतंकी हमले को अजांम तक पहुंचाने के लिए जैश-ए-मुहम्मद प्रमुख मसूद अजहर के भाई अब्दुल रऊफ असगर को जिम्मेदारी दी गई थी।
सूत्रों के मुताबिक बहावलपुर में जैश के मुख्यालय में अब्दुल रउफ असगर मौलाना अबू जुंदाल और मुफ्ती तौसीफ के साथ दो आईएसआई अधिकारियों की मौजूदगी में एक बैठक हुई।बैठक के बाद, चुने गए चार आतंकियों को घाटी में ज्यादा से ज्यादा नुकसान पहुंचाने के लिए आत्मघाती हमले का प्रशिक्षण दिया गया।
सूत्रों ने कहा कि आतंकियों ने सांबा सेक्टर से भारत में घुसपैठ की और उन्हें कठुआ तक पहुंचने के लिए ट्रक का सहारा लेना पड़ा।आतंकी भारत में आने के बाद अपने हैंडलर अब्दुल रऊफ असगर और कश्मीर में उनके ऑपरेशनल कमांडर - मुहम्मद असगर खान से लगातार संपर्क बनाए थे।'
जैश-ए-मोहम्मद के चार आतंकी ढेर
नारगोटा में मुठभेड़ में चारों आतंकियों के ढेर होने के बाद जम्मू के आईजीपी मुकेश सिंह ने कहा कि मारे गए आतंकी किसी बड़ी वारदात की फिराक से हथियार और गोला-बारूद का भारी जखीरा लेकर जा रहे थे।घटना की जानकारी देते हुए आईजीपी मुकेश सिंह ने बताया था कि 'आतंकियों के पास से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया हैं।आतंकियों को ढेर करने के बाद 29 ग्रेनेड, 11 एके सीरीज राइफल, मोबाइल फोन, छह अंडर बैरल ग्रेनेड लांचर के अलावा एक लाख से ज्यादा नकद और 7.5 किलो विस्फोटक (RDX) बरामद किया गया हैं।
विदेश मंत्रालय नगरोटा इनकाउंटर सख्त
नगरोटा एनकाउंटर पर भारतीय विदेश मंत्रालय भी सख्त है। विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तानी उच्चायुक्त को तलब कर कड़ी अपत्ति जताई है। विदेश मंत्रालय ने उच्चायुक्त से कहा कि पाकिस्तान अपनी सरजमीं पर चलने वाले आंतकी संगठनों को बंद करने के लिए कड़ी चेतावनी दी है। वहीं विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान आधारित आतंकी समूह जैश-ए-मोहम्मद के द्वारा रची गई साजिश को सेना द्वारा नाकाम किए जाने के बाद बयान जारी किया है।
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