सुल्तानपुर। उत्तर प्रदेश के सुलतानपुर जिले की बल्दीराय तहसील क्षेत्र से एक बड़ा भूमि घोटाले का मामला सामने आया है,जहां एनएच 330 ए से सटी करोड़ों की सार्वजनिक जमीन का फर्जी तरीके से विनिमय कर दिया गया।आरोप है कि ग्राम प्रधान प्रतिनिधि रवींद्र प्रताप सिंह और तत्कालीन एसडीएम विदुषी सिंह की मिलीभगत से इस विनिमय को अंजाम दिया गया,जिससे राजस्व विभाग को भारी नुकसान हुआ है।
मिली जानकारी के अनुसार हलियापुर ग्रामसभा की गाटा संख्या 381, रकबा 0.167 हेक्टेयर ऊसर खाते में दर्ज भूमि राष्ट्रीय राजमार्ग 330 ए से सटी हुई है।इसका बाजारू मूल्य के अनुसार कीमत पांच करोड़ रुपये से अधिक आंकी जा रही है।ग्राम प्रधान प्रतिनिधि रवींद्र प्रताप सिंह ने मई 2024 में ग्रामसभा प्रस्ताव के आधार पर इस बहुमूल्य जमीन का विनिमय करा लिया।विनिमय के तहत जो जमीन दी गई वह भी ऊसर खाते में दर्ज है,लेकिन न तो वह सड़क से जुड़ी है और न ही उसकी कोई व्यावसायिक उपयोगिता है।आरोप है कि उस जमीन पर खुद रवींद्र सिंह का कब्जा है।
सबसे गंभीर बात ये है कि इस विनिमय आदेश का खतौनी में आज तक कोई अंकन नहीं हुआ।मामले को छिपाने के लिए पूरी पत्रावली को सुलतानपुर राजस्व अभिलेखागार में जमा करा दिया गया ताकि किसी को इसकी जानकारी न हो सके।अब इस पूरे मामले की भनक लगते ही हड़कंप मच गया है।शिकायतकर्ताओं ने इस अवैध विनिमय को रद्द करने और संलिप्त अधिकारियों,पूर्व एसडीएम विदुषी सिंह,ग्राम प्रधान प्रतिनिधि रवींद्र प्रताप सिंह और संबंधित राजस्व कर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है।शिकायत प्रमुख सचिव,भूमि व्यवस्था आयुक्त,राजस्व परिषद अध्यक्ष और जिलाधिकारी सुलतानपुर को भेजी गई है।