गोलियों की तड़तड़ाहाट से थर्राया प्रतापगढ़,सगे भाइयों को मारी गई गोली,पूर्व मंत्री के करीबी ब्लॉक प्रमुख सुशील सिंह पर लगे आरोप
गोलियों की तड़तड़ाहाट से थर्राया प्रतापगढ़,सगे भाइयों को मारी गई गोली,पूर्व मंत्री के करीबी ब्लॉक प्रमुख सुशील सिंह पर लगे आरोप

21 Jul 2025 |   80



 

प्रतापगढ़।उत्तर प्रदेश के बड़के जिले प्रतापगढ़ का पट्टी इलाका सोमवार को एक बार फिर गोलियों की तड़तड़ाहाट से थर्रा उठा।पट्टी कोतवाली के ठीक बगल रजिस्ट्री ऑफिस में दिन दहाड़े गोलियां तड़तड़ाई हैं।गोली चलाने का आरोप पूर्व मंत्री के करीबी बेलखरनाथ ब्लॉक प्रमुख सुशील सिंह और उनके साथियों पर लगा है। 

आपको बता दें कि प्रतापगढ़ की पट्टी तहसील स्थित रजिस्ट्री कार्यालय में सोमवार को उस समय हड़कंप मच गया जब जमीन का बैनामा कराने आए दो लोगों पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी गई।इस हमले में अरुण और आदित्य नाम के दो लोग गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए।दोनों को तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) पट्टी में भर्ती कराया गया है, जहां डॉक्टरों ने मेडिकल कालेज प्रतापगढ़ रेफर कर दिया। गोली चलने की सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है।

पट्टी से चांदा मार्ग पर 7 किलोमीटर दूर नारंगपुर बाजार से औराइन की ओर जाने वाली सड़क पर डेढ़ विस्वा जमीन का सोमवार को बैनामा कराने के लिए गांव के ही रहने वाले जगन्नाथ विश्वकर्मा कार से पहुंचे थे।उनके साथ जमीन को खरीदने के लिए आसपुर देवसरा के अकारीपुर निवासी बृजेश तिवारी अपने रिश्तेदार सुल्तानपुर चांदा वैरीखुर्द निवासी नरेंद्र मिश्र और आदित्य मिश्र पहुंचे थे।

जमीन खरीदारों के पहुंचते ही पहले से एक कार में मौजूद कुछ लोगों ने जमीन को बेचने पहुंचे जगन्नाथ को अगवाकर अपनी कार में बैठा लिया। कुछ लोग रोकने के लिए आगे बढ़े तो कार सवारों ने ताबड़तोड़ गोलियां चलानी शुरू कर दी। यह देख लोग आसपास के लोग जान बचाकर भागे।

गोली अरुण के कमर के नीचे गोली लगी और वह गिर गया। प्रेम शंकर के पैर में गोली लगी और खून बहने के बावजूद वह 100 मीटर तक भागा इसके बाद जमीन पर गिर गया। अफरातफरी के बीच गोली मारने वाले आराम से भाग निकले। फायरिंग की घटना से रजिस्ट्री कार्यालय सहित पूरे कस्बे में हड़कंप मच गया।ब्लॉक प्रमुख सुशील सिंह पर पीड़ित पक्ष ने कथित तौर पर गुंडा टैक्स नहीं देने पर ये हमला करने का आरोप लगाया है। 

सूचना मिलते ही पट्टी कोतवाली पुलिस के साथ सीओ मनोज रघुवंशी भी पहुंचे और घायलों को सीएचसी ले जाया गया। आसपुर देवसरा, कंधई और फतनपुर थाने की भी फोर्स बुला ली गई। एएसपी पूर्वी शैलेंद्र लाल, एसपी डॉ. अनिल कुमार ने भी मौके पर पहुंचकर घटना की जानकारी ली और आरोपितों की धरपकड़ के लिए पुलिस टीमें रवाना की गई हैं।

बता दें कि दिनदहाड़े तड़तड़ाई गोलियां, इससे तहसील और कोतवाली के बगल रजिस्ट्री कार्यालय की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए है।सूत्रों के मुताबिक दो दिन पहले पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक से सुरक्षा मांगी थी,लेकिन पुलिस अधीक्षक ने सुरक्षा नहीं दी।

More news