लखीमपुर खीरी।उत्तर प्रदेश समेत पूरे उत्तर भारत में मानसून की एंट्री हो चुकी है।हिमाचल,उत्तराखंड और नेपाल के पहाड़ी इलाकों में बारिश हो रही है।पहाड़ी और मैदानी इलाकों में हुई झमाझम बारिश से शारदा नदी ने एक बार फिर से अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है।बनबसा बैराज से छोड़े गए पानी के बाद पलिया के साथ-साथ निघासन क्षेत्र में भी बाढ़ ने दस्तक दे दी है।लखीमपुर खीरी जिले में शारदा के किनारे बसे कई गांव जलमग्न हो गए हैं।शारदा का जलस्तर बढ़ने और कटान तेज होने से तराई इलाके में रहने वाले लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
सदर तहसील के जंगल नं-11 पंचायत के घोसियाना गांव में देखते ही देखते एक पक्का मकान शारदा नदी में समा गया।गनीमत ये रही कि उस समय घर में कोई नहीं था,वरना बड़ा हादसा हो सकता था।गृहस्थी का सारा सामान भी मकान के साथ शारदा नदी समा गया।अभी शारदा के निशाने पर तीन और मकान हैं,इससे तटबंध के पास बसे लोगों की धड़कनें तेज हो गई हैं।
शारदा नदी की तबाही का यह मंजर देख ग्रामीणों की रूह कांप गई है।बरहाल बाढ़ पीड़ित गांव से निकल कर ऊंचे स्थान पर जा रहे हैं। वहीं दूसरी और किसानों की फसल भी बाढ़ में डूब गई है।लखीमपुर में शारदा के कहर से कई गांवों का अस्तित्व खत्म हो गया है।लोगों की हजारों एकड़ जमीन शारदा नदी में समा गई है,पिछले साल आई बाढ़ से गोला तहसील क्षेत्र के दो गांव का अस्तित्व खत्म हो गया था।