अयोध्या।उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले में रुदौली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की बड़ी लापरवाही सामने आई है।प्रसव पीड़ा से कराह रही गर्भवती महिला को सीएचसी की महिला डॉक्टर ने जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया,जिससे सड़क पर झाड़ियों के पास साड़ी का घेरा बनाकर कुछ स्थानीय महिलाओं को गर्भवती का प्रसव कराना पड़ा।सीएमओ ने इस मामले में आरोपी महिला डॉक्टर को हटा दिया है। साथ ही पूरे मामले की जांच के भी आदेश दिए हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक बहरास गांव की राजकुमारी को प्रसव पीड़ा होने पर परिवारीजन सीएचसी रुदौली लेकर पहुंचे थे।महिला चिकित्सक ने खून की कमी का हवाला देते हुए प्रसव पीड़ा से कराह रही गर्भवती महिला को जिला अस्पताल रेफर कर दिया।परिजन किसी तरह निजी वाहन की व्यवस्था कर महिला को लेकर 40 किमी दूर अयोध्या जिला अस्पताल के लिए निकले।सीएचसी से निकल कर भेलसर की ओर जाते समय रास्ते में राजकुमारी की प्रसव पीड़ा और अधिक बढ़ गई। परिवारीजनों ने राजकुमारी को एक पेड़ की छाया में बैठाया। आसपास मौजूद महिलाएं मदद के लिए आगे आईं। साड़ी से घेरा बनाकर सड़क पर ही झाड़ियों के पास प्रसव कराया गया। फिलहाल जच्चा और बच्चा दोनों ठीक हैं।
सड़क के किनारे झाड़ियों में राजकुमारी के प्रसव के मामले को सीएमओ डॉ. सुशील कुमार बनियान ने संज्ञान में ले लिया है। रुदौली स्थित सीएचसी की आरोपी महिला चिकित्सक डॉ. अंजू जायसवाल को वहां से हटा दिया है। डॉ. अंजू का सीएचसी मवई के लिए तबादला कर दिया गया है।सीएचसी मवई की डॉक्टर रीना मिश्रा को सीएचसी रुदौली भेजा गया है। डॉक्टर अंजू ने एनीमिया बताकर राजकुमरी को जिला अस्पताल रेफर कर दिया था। रास्ते में स्थानीय महिलाओं ने सड़क के किनारे झाड़ी के पास सुरक्षित प्रसव कराया था। सीएमओ ने डॉ. अंजू जायसवाल के खिलाफ जांच के आदेश भी दिए हैं।