19 साल बाद मराठा मंदिर से उतर जाएगी DDLJ?

07 Oct 2014 |  1087



बॉलिवुड के इतिहास की सबसे सफल फिल्मों में से एक 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' मुंबई के मराठा मंदिर सिनेमा हॉल में लगातार 19 साल चलने के बाद उतर सकती है। यह फिल्म 20 अक्टूबर 1995 को रिलीज हुई थी। यह खबर न केवल फिल्म के दीवानों, बल्कि खुद शाहरुख खान को भी परेशान कर सकती है। अभी हाल ही में एक इंटरव्यू में इस फिल्म के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में शाहरुख ने कहा, 'यूं तो पूरी फिल्म ही बेस्ट है। लेकिन, जब मैं अमरीश पुरी जी के साथ कबूतरों को दाना देते हुए कहता हूं, आओ आओ आओ... यह मेरे लिए बेस्ट मोमेंट रहा। कबूतरों को दाना देते हुए किसी बेटी के पिता को पटाना बहुत स्वीट लगता है।'

अपनी रिलीज के समय से यह फिल्म मराठा मंदिर में चल रही है। इसको उतारे जाने के बारे में सिनेमा हॉल के मैनेजिंग डायरेक्टर मनोज देसाई का कहना है कि जब इस फिल्म ने 900 हफ्ते पूरे किए थे, तब उन्होंने और यशराज प्रॉडक्शन ने तय किया था कि इसे पूरे 1000 हफ्ते तक चलाएंगे, जो 12 दिसंबर 2014 को पूरे हो रहे हैं।

देसाई ने कहा, 'फिलहाल हमें प्रॉडक्शन हाउस की तरफ से ऐसी कोई खबर नहीं मिली है। हम उनके फोन का इंतजार कर रहे हैं, ताकि हम फिल्म को 1000 सप्ताहों से आगे ले जाने पर फैसला कर सकें। अगर हमें उनकी तरफ से कोई रेस्पॉन्स नहीं मिलता है, तो हम फिल्म को उतार देंगे।'

इस फिल्म की दीवानगी का आलम यह है कि आज जहां किसी नई फिल्म को भी हाउसफुल होने में समय लग जाता है, वहीं इस फिल्म का संडे का शो अब भी हाउसफुल जाता है। मनोज देसाई बताते हैं कि रविवार को टिकट मिल पाना मुश्किल होता है। पिछले संडे को ही उन्हें टिकट खिड़की पर हाउसफुल का बोर्ड लगाना पड़ा था। यहां फिल्म का टिकट 15, 18 और 20 रुपये का है, और सुबह 11:30 बजे फिल्म का शो शुरू होता है। इस सिनेमाहॉल में सिलेब्स अक्सर अपनी फिल्म प्रमोट करने के लिए आते रहते हैं। जैसे, इस फोटो में देखिए नवाजुद्दीन सिद्दीकी और हुमा कुरैशी अपनी फिल्म के लिए यहां पहुंचे थे।

फिल्म को इतने लंबे समय तक चलाने के पीछे वर्ल्ड रेकॉर्ड बनाने का उद्देश्य था। मनोज देसाई ने बताया कि फिल्म को इतने सालों इसीलिए चलाया गया क्योंकि वह विश्व रेकॉर्ड बनाना चाहते थे। शुरू के 500 सप्ताह इस फिल्म को प्रॉफिट के लिए चलाया गया, जिसके लिए यशराज फिल्म्स ने देसाई को सक्सेसफुल स्क्रीनिंग के लिए गोल्डन ट्रोफी से सम्मानित भी किया।

मनोज देसाई बताता हैं कि इसके बाद उन्होंने और यशराज फिल्म्स ने तय किया कि फिल्म को कई सप्ताह तक चलाएंगे ताकि उन्हें गिनेस बुक ऑफ वर्ल्ड रेकॉर्ड में एंट्री मिल जाए। अब, जबकि फिल्म 1000 सप्ताह पूरे करने जा रही है, तो यशराज फिल्म्स के रेस्पॉन्स के आधार पर ही कोई कदम उठाया जाएगा।